अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) चांद के बाद अब मंगल (Mars) पर भी लोगों को भेजना चाहती है. नासा दो लोगों को मंगल में भेजने की योजना पर लगी हुई है. वहीं, स्पेस एक्स रॉकेट ही है जो इंसान को धरती से मंगल ग्रह पर पहुंचाने का दमखम रखता है. लेकिन अमेरिका के टैक्सास से शाम को उड़ान भरने के बाद स्पेस एक्स रॉकेट का लेटेस्ट प्रोटोटाइप टेस्ट फ्लाइट लैंडिंग के दौरान विस्फोट हो गया. जिसके बाद रॉकेट आग के गोले में तब्दील हो गया और आग की लपटें दूर से ही दिखाई देने लगे. लैंडिंग के दौरान रॉकेट की स्पीड तय गति से अधिक तेज थी. इस लेटेस्ट प्रोटोटाइप रॉकेट में तीन इंजन लगे हुए थे. जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
स्पेस एक्स (SpaceX) के संस्थापक एलन मस्क (Elon Musk) ने इसे फिर भी एक सफल परीक्षण करार दिया है. उन्होंने लॉन्च के कुछ मिनट बाद ट्वीट करके कहा, मार्स, हम आ रहे हैं!! हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि राकेट बहुत तेजी से लैंड कर रहा था, जिसकी वजह से विस्फोट हुआ. परीक्षण उड़ान की योजना एसएन 8 की विशाल धातु की बॉडी और उनके तीन इंजनों की जांच करने के लिए बनाई गई थी, जिसमें एयरो डायनेमिज्म शामिल है. उन्होंने कहा कि टेस्ट के दौरान जितनी जानकारी इकठ्ठा करनी थी वो हो गई. Galactic Federation: गैलेक्टिक फेडरेशन क्या है? इजराइल के पूर्व अंतरिक्ष प्रमुख से जानें पृथ्वी पर एलियन के अस्तित्व का रहस्य.
धमाके का VIDEO
NEW: Unmanned SpaceX Starship test flight explodes during landing. There was no one on board the ship. https://t.co/tagzR9e9CJ pic.twitter.com/mvdZvvD2dD
— ABC News (@ABC) December 9, 2020
एलन मस्क ने पहले भी कहा है कि आने वाले 5 से 6 साल के बाद इंसान का मंगल ग्रह पर जाना संभव हो जाएगा. लोग वहां पर जा सकते हैं. इतना ही नहीं ,मंगल ग्रह पर इंसानो को बसाने का काम भी असंभव नहीं है. बता दें कि एलन मस्क ने इससे पहले कहा था कि साल 2050 में उम्मीद करते हैं कि तकरीबन दस लाख लोग मंगल पर रहने लगेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि मंगल ग्रह पर कांच के गोलाकार घर बनेंगे.