गर्भ निरोधक साधनों में आज भी सर्वाधिक सुरक्षित कंडोम को ही माना जाता है. दुनिया भर में इसका इस्तेमाल किया जाता है. आज कंडोम पान-परचून की दुकानों से लेकर हर मेडिकल क्लीनिक में सहजता से उपलब्ध हो जाते हैं. चूंकि ये बहुत महंगे नहीं होते, इसलिए आम से खास वर्ग के लोग भी इसे आसानी से प्राप्त कर लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शुरू-शुरू में कंडोम का उपयोग केवल धनी वर्ग करता था. कल्पना कीजिये आज से 200 साल पहले कंडोम की क्या कीमत रही होगी? नहीं पता तो हम बताते हैं कि उन दिनों एक कंडोम की कीमत £460 (44 हजार रूपये) होती थी. अगर आप इस खबर को बेबुनियाद कहते हैं तो आइये जानें सच क्या है?
कुछ दिनों पूर्व कुछ अंग्रेजी समाचार पत्रों में छपी सूचना के अनुसार स्पेन के एक छोटे से शहर में एक बॉक्स प्राप्त हुआ था. इस बॉक्स को जब खोला गया तो उसमें से एक कंडोम प्राप्त हुआ, जिसका आकार 19 सेमी बताया गया. शोध करने के बाद पाया गया कि यह कंडोम करीब 200 साल पुराना था. कैटाविकी में इस कंडोम की जब नीलामी की घोषणा हुई तो भारी संख्या में लोग एकत्र हुए. इसका परिणाम यह हुआ कि प्राप्त कंडोम अपनी अनुमानित कीमत से करीब दोगुने से ज्यादा कीमत में बिका. इस ऐतिहासिक कंडोम को एम्सटर्डम (Amsterdam) के एक व्यक्ति ने खरीदा है. ऑनलाइन से नीलाम किया गया यह कंडोम बेहद दुर्लभ माना जा रहा है. ऐसे दुर्लभ कंडोम अब चुनिंदा म्यूजियम में ही देखे जा सकते हैं.आपको बता दें कि 19 सेमी लंबा यह कंडोम दुनिया का अब तक का सबसे महंगा कंडोम बताया जा रहा है. यह भी पढ़े: Tongue condoms: मार्केट में आया नया ‘जीभ का कंडोम’, जानें क्या है इसका उपयोग और स्वस्थ रहने में कैसे होगा फायदा
गौरतलब है कि आज से लगभग 200 साल पूर्व बहुत ज्यादा महंगी होने तथा इसे बनाने में ज्यादा समय लगने (तकनीकी सुविधाओं के ना होने से) के कारण उन दिनों कंडोम की कीमत इतनी ज्यादा होती थी कि इसका इस्तेमाल समाज का उच्च तबका ही कर सकता था. उन दिनों कंडोम की लंबाई अमूमन 15 सेंमी लंबे होते थे. 19वीं शताब्दी में रबर के सस्ते कंडोम बनाए जाने के बाद भेड़ की आंतों से निर्मित होने वाले ये कंडोम धीरे-धीरे चलन से बाहर हो गए.