Karwa Chauth 2019: करवा चौथ की रात अगर चांद दिखाई न दे तो महिलाएं ऐसे पूर्ण करें अपना व्रत
करवा चौथ 2019 (Photo Credits: File Image)

Karwa Chauth 2019: अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए अधिकांश महिलाओं ने आज करवा चौथ का व्रत रखा है. वैसे तो हिंदू धर्म में सौभाग्य के कई पर्व मनाए जाते हैं, जिनमें करवा चौथ का अपना एक विशेष महत्व बताया जाता है. करवा चौथ (Karwa Chauth) के दिन महिलाएं दिनभर निर्जल व्रत करती हैं और रात में चांद (Moon) को अर्घ्य देकर चलनी की ओट से उसका दीदार करती हैं. चंद्र पूजा और दर्शन के बाद महिलाएं अपने पति के हाथों से जल पीकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं. चंद्रमा की पूजा के बाद पति अपनी पत्नी को पानी और खाने का निवाला खिलाकर उसका व्रत पूर्ण कराता है. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि करवा चौथ का यह पावन पर्व विवाहित महिलाओं (Married Women) को अपने जीवन साथी के प्रति प्यार और समर्पण को जाहिर करने का एक बेहतरीन अवसर होता है.

करवा चौथ के दिन चांद का दीदार किए बिना व्रत पूर्ण नहीं होता है, इसलिए शाम होते ही महिलाएं आसमान में चंद्रमा के उदय होने का बेसब्री से इंतजार करने लगती हैं. ऐसे में जरा सोचिए अगर करवा चौथ की रात आसमान में चांद ही नजर न आए तो फिर क्या होगा? कई बार चंद्रमा घने बादलों के बीच छिप जाते हैं और नजर नहीं आते हैं. ऐसी स्थिति में चलिए जानते हैं किस तरह से महिलाएं अपने व्रत को पूर्ण कर सकती हैं.

करवा चौथ पर न दिखे चांद तो करें ये उपाय

  • करवा चौथ की रात अगर चांद दिखाई न दें तब भी शुभ मुहूर्त में पूजन किया जा सकता है. इसके लिए एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर चावल से चांद की आकृति बनाएं. अब ओम् चतुर्थ चंद्राय नम: मंत्र का जप करके चंद्रदेव का आह्वान करें और विधिवत चंद्रमा की पूजा करें.
  • घनी बस्ती, पेड़ों या फिर बादलों के बीच चांद के छुप जाने की स्थिति में परंपरागत तौर पर व्रत करने वाली महिलाएं अगले दिन सूर्योदय के बाद ही भोजन करती हैं. किसी तरह के जोखिम से बचने के लिए महिलाएं चांद न दिखने पर खाने-पीने से परहेज करती हैं.
  • अगर करवा चौथ की रात्रि में आसमान में चांद नहीं दिखाई देता है तो इसका एक विकल्प यह हो सकता है कि आप चंद्रोदय का सही समय जान लें और तभी चंद्रमा का ध्यान करते हुए उन्हें अर्घ्य देकर पूजन करें. विधिवत पूजा करने के बाद आप अपना व्रत खोल सकती हैं. यह भी पढ़ें: Karwa Chauth 2019 Moonrise Timings: चांद के दीदार के बाद ही पूरा होता है करवा चौथ का व्रत, जानें दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़, कानपुर समेत देश के अन्य शहरों में चंद्रोदय का सही समय
  • इसके अलावा अगर करवा चौथ का चांद घने बादलों के बीच छुपकर आपने आंख मिचोली खेलने लगे तो ऐसी स्थिति में आप भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर सकती हैं. भगवान शिव के मस्तक पर स्थित चंद्रमा की पूजा करके उनसे क्षमा याचना करें और फिर अपना व्रत पूर्ण करें.
  • कई बार चांद नजर न आने पर महिलाएं उसी दिशा में चंद्र देव का ध्यान करके अर्घ्य अर्पित करती हैं, जिस दिशा में चंद्रोदय होता है. चंद्रोदय की दिशा में मुख करके महिलाएं उनकी पूजा करती हैं और अर्घ्य अर्पित करके अपना व्रत पूर्ण करती हैं.

गौरतलब है कि करवा चौथ की रात चंद्रमा के दिखाई न देने की स्थिति में इन उपायों की मदद से अपने व्रत को पूर्ण किया जा सकता है. अगर आप चंद्रमा को देखने में असमर्थ हैं तो इसके लिए खुद को दंडित न करें. ऐसी स्थिति में आपको चंद्रोदय के मुहूर्त के अनुसार अपनी पूजा विधिवत पूरी करनी चाहिए. सबसे खास बात तो यह है कि आज के इस डिजिटल दौर में अगर आसमान में चांद न दिखाई दे तो चंद्रमा का लाइव टेलीकास्ट या फिर ऑनलाइन दर्शन करने का भी विकल्प भी मौजूद है.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.