Jashne Eid Milad Un Nabi 2024 Shayaris in Hindi: ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid Milad Un Nabi) का पर्व 16 सितंबर 2024, सोमवार यानी आज मनाया जा रहा है. इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के अनुसार, इस पर्व को हर साल रबी-उल-अव्वल (Rabi-ul-Awal) की 12 तारीख को मनाया जाता है. ईद की तरह ही यह पर्व दुनिया भर के मुसलमानों के लिए बेहद मायने रखता है, इसलिए इसे ईदों की ईद कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसी दिन इस्लाम धर्म के मार्गदर्शक और अल्लाह के दूत कहे जाने वाले पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) का जन्म सऊदी अरब के मक्का में हुआ था और पैगंबर मोहम्मद के यौम-ए-पैदाइश यानी जन्मदिन को ही मिलाद कहा जाता है, जो कि एक अरबी शब्द है. दुनिया भर के कई मुसलमान इस दिन को पैगंबर मोहम्मद की यौम-ए-पैदाइश का जश्न यानी जश्न-ए-ईद-मिलाद-उन-नबी का पर्व मनाते हैं.
जश्न-ए-ईद-मिलाद-उन-नबी के दिन लोग ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं, मस्जिदों को सजाया जाता है और लोग कुरआन की तिलावत करते हैं, साथ ही पैगंबर मोहम्मद की दया, करुणा और शिक्षाओं को याद किया जाता है. इस अवसर पर आप इन हिंदी शायरी, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स को भेजकर जश्न-ए-ईद-मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद दे सकते हैं. यह भी पढ़े: Nabidinam पर अपनो को भेजें ये शानदार WhatsApp Stickers, GIF Greetings, Photo Wishes और Facebook Messages
एक बार फिर बंदगी की राह पर चलाया,
अदा करना अपना फर्ज़ खुदा के लिए.
मुबारक आपको ईद-मिलाद-उन-नबी!
सजी है रौनकों की महफिल हर तरफ,
ईद है उस खुदा का नायाब तोहफा.
आप सबको ईद मिलाद उन नबी मुबारक!
हम आपको इसी तरह याद आते रहें,
जब तक जिंदगी है ये दुआ है हमारी,
आप चांद की तरह जगमगाते रहें.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक!
ये सारी कायनात सदका रसूल का,
खुशबू-ए-गुलाब है प्यार रसूल का,
आप को भी हो मुबारक महीना रसूल का!
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद!
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के,
मुकद्दस मौके पर,
तमाम खुशियां अता फरमाएं और,
आपकी इबादत कबूल करें.
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक!
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के त्योहार को लेकर लोगों के बीच अलग-अलग मान्यताएं भी प्रचलित हैं. कुछ लोगों का मानना है कि यह दिन पैगंबर मोहम्मद के जन्म के साथ ही मौत की भी तारीख है, इसलिए इसे बारह-वफात यानी मौत का दिन कहा जाता है. एक तरफ जहां कई लोग इसे जश्न के तौर पर सेलिब्रेट करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस दिन को शोक के रूप में भी मनाते हैं.