Amarnath Aarti 2021 Live Streaming: घर बैठे करें बाबा बर्फानी के दर्शन, जानें कब और कैसे अमरनाथ आरती को देख सकते हैं लाइव
अमरनाथ यात्रा 2021 (Photo Credits: PTI)

Amarnath Aarti 2021 Live Streaming: कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) के मद्देनजर इस साल भी वार्षिक अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) को प्रतीकात्मक रखा जाएगा. हालांकि, भक्त घर पर रहते हुए बाबा बर्फानी (Baba Barfani) के लाइव दर्शन (Live Darshan) ले सकते हैं और पवित्र मंदिर से टेलीविजन व यूट्यूब पर भी पारंपरिक अमरनाथ आरती (Amarnath Aarti) का हिस्सा बन सकते हैं. इस साल भी अमरनाथ श्राइन बोर्ड (Amarnath Shrine Board) ने दूरदर्शन चैनल पर भगवान अमरनाथ की आरती का सीधा प्रसारण करने के लिए विशेष व्यवस्था की है. अधिकारियों ने कहा कि श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्यों के साथ चर्चा के बाद तीर्थयात्रा को प्रतीकात्मक रखने का निर्णय लिया गया.

चूंकि इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण आम जनता के लिए तीर्थयात्रा रद्द कर दी गई है, ऐसे में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को व्यवस्था करने का निर्देश दिया, ताकि भक्त हिमालयी गुफा मंदिर में सुबह और शाम की 'आरती' में शामिल हो सकें. इससे घर पर रहते हुए भक्त ऑनलाइन दर्शन और आरती का लाभ प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही कोविड-19 संक्रमण के जोखिम से भी बचा जा सकता है.

वार्षिक अमरनाथ यात्रा पर कोरोना वायरस का प्रकोप मंडराने के चलते भक्त घर पर बैठकर डीडी नेशनल टीवी चैनल और डीडी नेशनल के यूट्यूब चैनल पर भी बिना किसी परेशानी के अमरनाथ आरती 2021 की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं. आप भी इस लिंक पर अमरनाथ आरती 2021 की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं. यह भी पढ़ें: Baba Amarnath Aarti Live Streaming: पवित्र गुफा में विराजमान बाबा अमरनाथ की आरती का देखें सीधा प्रसारण, यहां शाम 5 बजे होगा लाइव

अमरनाथ आरती लाइव का यूट्यूब लिंक

डीडी नेशनल का ट्वीट-

भगवान शिव के भक्त मंगलवार यानी 29 जून की शाम 5 बजे से हिमालय की गुफाओं से सीधे आरती और पूजा-अनुष्ठान देख सकते हैं. डीडी न्यूज ने भगवान शिव के भक्तों के लिए अमरनाथ आरती की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की है.

आपको बता दें कि अमरनाथ गुफा श्रीनगर से लगभग 141 किलोमीटर दूर 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. बाबा बर्फानी की इस पवित्र गुफा को हिंदू धर्म के पवित्र मंदिरों में से एक माना जाता है. गौरतलब है कि 3,880 मीटर ऊंचे भगवान शिव मंदिर की तीर्थयात्रा गांदरबल के बालटाल और अनंतनाग के पहलगाम से शुरु होती है.