लखनऊ: उत्तर में योगी सरकार (Yogi Government) की दोबारा ताजपोशी हुई है. मुख्यमंत्री समेत 53 अन्य मंत्रियों ने शपथ ली है. इसके साथ योगी कैबिनेट में पांच मातृशक्तियों को जगह मिली है. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के मंत्रिमंडल में बेबी रानी मौर्य (Baby Rabi Maurya) को कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) बनाया गया है. गुलाब देवी (Gulab Devi) को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलाई गई है. इनके साथ ही तीन महिलाओं को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है. इनमें प्रतिभा शुक्ला (Pratibha Shukla), रजनी तिवारी (Rajni Tiwari) और विजय लक्ष्मी गौतम (Vijay Laxmi Gautam) शामिल हैं. Yogi Cabinet 2.0: योगी कैबिनेट में 21 सवर्ण, 20 ओबीसी और 9 दलित, क्या कहता है ये जातिगत समीकरण?
भाजपा की ओर से बेबी रानी मौर्य को आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से दलित चेहरे के तौर पर 2022 के चुनाव में लांच किया गया था. दिग्गज नेता बेबी रानी मौर्य ने 76,608 से ज्यादा वोटों से बसपा प्रत्याशी किरण प्रभा केसरी को हराया है. वह इससे पहले उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. उन्हें यूपी चुनाव के लिए लांच किया गया. दलित वर्ग में प्रभाव के कारण उन्हें चुनाव मैदान में उतारा गया. वह आगरा की मेयर और राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी हैं.
गुलाब देवी योगी मंत्रिमंडल में पहले भी मंत्री रहीं. वह संभल जिले की आरक्षित सीट चंदौसी से विधायक हैं. उन्होंने सपा की विमलेश कुमारी को हराया था. गुलाब देवी इस साल पांचवीं बार विधायक बनी हैं. वह साल 2002 और 2017 में भी विधायक बनी थीं. इस बार वह राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनी हैं.
प्रतिभा शुक्ला को राज्यमंत्री बनाया गया है. उन्होंने अकबरपुर-रनियां विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. प्रतिभा शुक्ला 2017 में पहली बार विधायक बनीं थीं. भाजपा के साथ महिलाओं को जोड़ने में भी प्रतिभा की अहम भूमिका रही है.
विजय लक्ष्मी गौतम ने योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री के रूप में थपथ ग्रहण किया है. 59 साल की विजय लक्ष्मी गौतम सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र से इस बार विधायक चुनी गई हैं. पहली बार में ही उन्हें योगी सरकार में राज्यमंत्री बना दिया गया. सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय लक्ष्मी गौतम देवरिया शहर के देवरिया खास मोहल्ले की निवासी हैं. वह भाजपा महिला मोर्चा की देवरिया नगर की अध्यक्ष रह चुकी हैं.
शाहाबाद विधानसभा से भाजपा विधायक रजनी तिवारी लगातार तीन बार विधायक रह चुकी हैं. 47 साल की रजनी ने इस बार समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आसिफ को हराया है. इससे पूर्व वह 2008 के उपचुनाव में बिलग्राम से, 2012 में सवायजपुर से एवं 2017 में शाहाबाद से विधायक चुनी गईं.
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 42 महिलाएं जीतने में कामयाब रही हैं. पांच वर्ष पहले 17वीं विधानसभा के चुनाव में भी 42 महिला विधायक चुनी गई थीं. गौरतलब है कि अबकी कुल 4442 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे इनमें 561 महिलाएं थीं.