कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने भारत को बड़ी राहत दी है. विश्व बैंक ने भारत के लिए 1 बिलियन डॉलर का सामाजिक सुरक्षा पैकेज देने की घोषणा की है. भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों में इसे लगाया जाएगा. अप्रैल में, वर्ल्ड बैंक ने 15 महीने से अधिक की आपातकालीन सहायता में 160 बिलियन डॉलर निकालने की योजना को मंजूरी दे दी, ताकि देशों को वैश्विक कोरोनावायरस महामारी के प्रभाव से निपटने में मदद मिल सके.
विश्व बैंक ने पहले उल्लेख किया था कि भारत 1 बिलियन डॉलर के पैकेज का सबसे बड़ा लाभार्थी होगा, इसके बाद पाकिस्तान 200 मिलियन डॉलर और अफगानिस्तान 100 मिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक होगा. लगभग हर महाद्वीप में देशों को धनराशि दी जा रही है. कोरोनो वायरस के प्रभाव को दूर करने में निजी कंपनियों की मदद करने के लिए, अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम ने नौकरियों के संरक्षण के लिए महामारी के वित्तपोषण में 8 बिलियन डॉलर प्रदान किए. यह भी पढ़ें- पीएम मोदी ने COVID-19 के हालात पर बिल गेट्स के साथ की थी चर्चा, Bill Gates ने जवाब में जो कहा उसपर हर भारतीय को होगा गर्व.
भारत सरकार के कार्यक्रमों के लिए वर्ल्ड बैंक देगा 1 बिलियन डॉलर-
World Bank announces USD 1 billion social protection package for India linked to Govt of India programmes. pic.twitter.com/a1YpTpAt1O
— ANI (@ANI) May 15, 2020
भारत के वर्ल्ड बैंक के निदेशक, जुनैद अहमद ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग से अर्थव्यवस्था में मंदी आई है. "भारत सरकार ने गरीब कल्याण योजना पर ध्यान केंद्रित किया है ताकि गरीबों और कमजोर लोगों की सुरक्षा में मदद मिल सके.
इससे पहले कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए ब्रिक्स देशों के न्यू डेवलपमेंट बैंक ने भारत को एक अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता राशि देने का एलान किया था. न्यू डेवलपमेंट बैंक का कहना था कि यह लोन इसलिए दे रहे हैं ताकि भारत को COVID-19 के प्रसार को रोकने में मदद मिले और कोरोना वायरस महामारी से होने वाले मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान को कम किया जा सके.
देश में कोरोना वायरस का कोहराम जारी है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 81 हजार के पार पहुंच चुके हैं. देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 81, 970 हो गई है. जिनमें से 51, 401 लोग अभी भी इस महामारी से ग्रस्त हैं. जबकि 27,920 लोग उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 2649 हो गई है.