Hot Weather Alert: भट्टी बनी दिल्ली, धधक रहा उत्तर भारत; आखिर क्यों पड़ रही है इतनी गर्मी? यहां समझें
Representational Image | PTI

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों भट्टी बनी हुई है. दिल्ली-NCR हीट वेव का जबरदस्त असर देखा जा रहा है. सूरज उगने के साथ ही आग बरसाने लगता है. रात में न्यूनतम तापमान 30 से 31 डिग्री के आसपास बना रहता है जो किसी सामान्य दिन की तरह गर्म होता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में निरंतर लू की स्थिति के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि उत्तर भारत में 28 मई से लेकर 31 मई तक हीट वेव का असर देखने को मिलेगा.

मौसम विभाग ने 31 मई तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. दिल्ली समेत राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब में अगले तीन दिन तक भीषण गर्मी से राहत के आसार नहीं है. Scorching Heat in Delhi: दिल्ली में 48.8 डिग्री पहुंचा पारा, न्यूनतम तापमान भी 30 के पार, जानें कब मिलेगी राहत.

राष्ट्रीय राजधानी में इतनी गर्मी क्यों?

दिल्ली में अत्यधिक गर्मी उत्तरी और मध्य भारत के बड़े हिस्से को प्रभावित करने वाली व्यापक लू का हिस्सा है. दिल्ली के पश्चिम में मौजूद राजस्थान के रेगिस्तान में वायुमंडलीय बदलाव होने पर इसका सीधा असर राष्ट्रीय राजधानी पर पड़ता है. मई जून में सूरज की गर्मी की वजह से रेगिस्तान गर्म हो जाता है. तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है. ह्यूमिडिटी खत्म हो जाती है. या बेहद कम रहती है. सूखा और उसके साथ हवा की दिशा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में गर्मी बढ़ा देती है. इन दिनों राजस्थान के फलोदी में तापमान अप्रत्याशित रूप से 50 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया.

गर्मी की एक वजह पश्चिम से आ रही गर्म हवा भी है. इससे रेगिस्तानी गर्मी बहकर उत्तर-पश्चिम के मैदानी इलाकों में आती है. इसकी वजह से दिल्ली और उसके आसपास का तापमान तेजी से बढ़ जाता है.

कब मिलेगी राहत?

मौसम विभाग के चीफ मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को कहा है कि उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों को 31 मई तक हीट वेव से राहत के आसार हैं. मौसम कार्यालय का अनुमान है कि राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 31 मई तक अत्यधिक गर्मी की स्थिति बनी रहेगी, उसके बाद धीरे-धीरे कमी आने की संभावना है. छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी 30 मई तक हीटवेव की स्थिति का अनुभव होगा, जबकि मध्य प्रदेश और जम्मू में 29 मई तक ऐसी ही स्थिति देखने को मिलेगी.