पणजी: गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) का रविवार शाम को निधन हो गया. वह 63 साल के थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर के मनोहर पर्रिकर की निधन की जानकारी दी. पर्रिकर के निधन के बाद सोमवार को सुबह 11 बजे मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. लेकिन यदि बात करे मनोहर पर्रिकर के बारे में तो भारतीय राजनीति में उनकी पहचान 'मिस्टर क्लीन' के रूप में होती है. बेहद सरल और बिना तामझाम के जीवन जीने वाले इंसान थे. जो हमेशा जनता से जुड़े रहने की कोशिश करते थे.
मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को गोवा के मापुसा में हुआ था. उनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु पर्रिकर (Manohar Gopalkrishna Prabhu Parrikar) है. आमतौर पर कहते हैं कि भारतीय राजनीति में पिछले कुछ वर्षों में कम पढ़े-लिखे लोग आ रहे हैं, लेकिन मनोहर पर्रिकर ने 1978 में IIT मुंबई से ग्रेजुएशन किया. वे भारत के किसी राज्य के सीएम बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने IIT ग्रेजुएशन किया हो. यह भी पढ़े: मनोहर पर्रिकर के सम्मान में गोवा में 7 दिन का राजकीय शोक, 18 मार्च को सभी सरकारी दफ्तर रहेंगे बंद
मनोहर पर्रिकर 24 अक्टूबर 2000 पहली बार गोवा के सीएम बने
बता दें मनोहर पर्रिकर बीजेपी के तेज तरर्ज और पढ़े लिखे लोगों में गिने जाने थे. इसलिए उन्हें पार्टी 24 अक्टूबर 2000 में पहली बार गोवा की कमान सौपते हुए उन्हें सीएम बनाया, लेकिन सरकार 27 फरवरी 2002 तक ही चल पाई. जून 2002 में वह दोबारा सभा के सदस्य बने और 5 जून 2002 को एक बार फिर गोवा के सीएम बने.
पर्रिकर की साफ सुथरी छवि को देखते हुए रक्षा मंत्री बनाया गया
मनोहर पर्रिकर इस दुनिया में तो नहीं है लेकिन पीएम मोदी के काफी करीबी माने जाने जाते थे. उनकी साफ सुथरी छवि को देखते हुए प्रधानमंत्री ने उन्हें केंद्र में रक्षा मंत्री बनाया था. पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहने के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ दो बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था. नवंबर 2017 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर 'सर्जिकल स्ट्राइक' करते हुए कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था.