ताजिकिस्तान को तरक्की के लिए भारत देगा 2 करोड़ डॉलर; दोनों देशों के बीच इन मुद्दों पर बनी बात
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राष्ट्रपति इमोमिल रहमान (Photo Credits: PIB)

दुशांबे: तीन दिन की यात्रा पर ताजिकिस्तान गए राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद और राष्ट्रपति इमोम अली रहमोन के बीच सोमवार को उच्चस्तरीय द्विपक्षीय वार्ता हुई. जिसके बाद भारत ने ताजिकिस्‍तान को विकास परियोजनाओं के लिए दो करोड़ डॉलर का अनुदान देने की पेशकश की. राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ताजिकिस्तान को क्षमता निर्माण तथा विकास संबंधी सहायता देने के लिए भारत कटिबद्ध है.

ताजिकिस्‍तान की यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को राष्‍ट्रपति कोविंद और रहमोन की मुलाकात के दौरान राजनीतिक संबंधों, अनुसंधान, कृषि, अक्षय ऊर्जा, परम्‍परागत औषधियों, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, युवा मामलों, संस्‍कृति और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग के सहमति पत्रों पर हस्‍ताक्षर किये गए. इस मौके पर कोविंद ने शंघाई सहयोग संगठन में भारत की सदस्‍यता के लिए पूरा समर्थन देने पर ताजिकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति को धन्‍यवाद भी कहा.

राष्‍ट्रपति कोविंद ने कहा “हम उन्हें विकास परियोजनाओं के लिए 20 मिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुदान देने की पेशकश करते हैं." भारत ने तजाकिस्‍तान के साथ गांव में सौर ऊर्जा की संभावनाओं का पता लगाने का फैसला किया है और इसके साथ ही ताजिक सेना के लिए दो अंग्रेजी भाषा के केन्‍द्र भी स्‍थापित किए जाएंगे.

इससे पहले राष्ट्रपति का राजधानी दुशाम्बे में भव्य स्वागत किया गया. उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इस दौरान उनके साथ ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमिल रहमान भी मौजूद रहे. द्विपक्षीय बातचीत से पहले राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद को दुशान में स्थित पैलेस ऑफ नेशन में सैनिक सम्‍मान दिया गया.

राष्‍ट्रपति कोविंद ने ताजिकिस्तान में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि विदेशों में रह रहे भारतीय देश के सच्चे सांस्कृतिक दूत हैं. कल रात ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उऩ्होंने कहा कि भारत और ताजिकिस्तान के संबंध सदियों पुराने हैं. उन्होंने भारतीय समुदाय से दोनों देशों के बीच व्यापार और आपसी संपर्क बढ़ाने की अपील की.