पुडुचेरी विधानसभा चुनाव 2021 (Puducherry Assembly Election 2021) में कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन और BJP-AINRC-AIADMK गठबंधन के बीच लड़ाई है. पुडुचेरी विधानसभा चुनाव की 30 सीटों पर कुल 323 प्रत्याशी मैदान में हैं. कांग्रेस डीएमके के साथ मिलकर एक बार फिर से सत्ता में वापसी की कोशिश में है. वहीं, बीजेपी ने इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अखिल भारतीय एनआर कांग्रेस और एआईडीएमके सहित अन्य छोटे दलों के साथ गठबंधन किया है.
वर्ष 2016 के चुनाव के बाद पुडुचेरी में वी नारायणसामी के नेतृत्व में कांग्रेस और DMK गठबंधन की सरकार बनी थी और वी नारायणसामी राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. इसी साल विधायकों के इस्तीफे के बाद यह सरकार अल्पमत में आ गई थी और इसके बाद मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. ऐसे में पुडुचेरी का सियासी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है.
ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस (AINRC) 16 सीटों पर, बीजेपी 9 सीटों पर और शेष 5 सीटों पर ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIDMK) चुनाव लड़ रही है. NDA गठबंधन का नेतृत्व AINRC के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. रंगास्वामी कर रहे हैं. NDA ने एन रंगास्वामी को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है.
VIP सीट
पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में यानम और थातांचवडी हाई प्रोफाइल के तौर पर जानी जा रही है. एआईएनआरसी नेता एन रंगासामी यहां चुनाव लड़ रहे हैं. वे NDA की तरफ से सीएम उम्मीदवार हैं. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ए वी सुब्रमण्यन अपने गृह शहर कराईकल (उत्तर) से चुनाव लड़ रहे हैं.
पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री ए नमस्सिवयम बीजेपी के टिकट पर मन्नादीपिप सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यह सीट भी काफी अहम है. वहीं पूर्व मंत्री एम ओ एच एफ शाहजहां कामराज नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
एआईएडीएमके नेता ए अंबलगन उप्पलाम सीट और ओम सखी सेगर ओर्लीनपेट सीट से मैदान में हैं. उप्पलाम सीट पर उनकी अच्छी पकड़ है. वे साल 2001 से अंबालागन लगातार चुनाव जीत रहे हैं.