नई दिल्ली: भारत की आर्थिक विकास दर दुनिया को हैरान कर रही है. भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति और उसकी तेजी से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है. पिछले कुछ वर्षों में भारत ने जिस तरह से आर्थिक विकास किया है, उसका लोहा पूरी दुनिया मान रही है. कई बड़ी रेटिंग एजेंसियों ने भारत की विकास दर को लेकर अपने अनुमान बढ़ा दिए हैं. मूडीज, जो दुनिया की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसियों में से एक है, ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में भारत की 2024 की विकास दर को 7.2 फीसदी बताया है. पहले यह अनुमान 6.8 फीसदी था.
मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनी रहेगी. भारत की जीडीपी ग्रोथ इस समय इतनी तेज है कि इसके आसपास भी किसी अन्य देश की जीडीपी नहीं पहुंच पा रही है. अगर देश की आर्थिक स्थिति और निजी खपत इसी तरह बरकरार रहती है, तो आने वाले समय में भी भारत की विकास दर ऊंचाई पर बनी रहेगी.
2024 की पहली तिमाही में ही दिखा जलवा
2024 की पहली तिमाही में ही भारत की अर्थव्यवस्था ने शानदार प्रदर्शन किया है. जून तिमाही में विकास दर 7.8 फीसदी रही, जो अनुमान से कहीं ज्यादा थी. इस दौरान उद्योग और सर्विस सेक्टर दोनों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. सर्विस सेक्टर का परचम तो 60 से भी ऊपर चला गया था, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली.
महंगाई का दबाव
हालांकि, देश में घरेलू खपत तेजी से बढ़ रही है, लेकिन महंगाई का दबाव अब भी बना हुआ है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने महंगाई का लक्ष्य 4% रखा है, लेकिन इसे हासिल करना अभी एक चुनौती बना हुआ है. ग्रामीण मांग को बढ़ावा देने के लिए महंगाई को काबू में रखना जरूरी होगा. अच्छी बात यह है कि इस साल मानसून बेहतर रहा है, जिससे कृषि उत्पादन भी बढ़ने की संभावना है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.
पिछले वित्त वर्ष में भी भारत का दमदार प्रदर्शन
पिछले वित्त वर्ष में भी भारतीय अर्थव्यवस्था ने शानदार प्रदर्शन किया था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 8.4 फीसदी रही, जो इससे पहले के वित्त वर्ष में 7 फीसदी थी.अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की विकास दर के आंकड़े में सुधार किया है.