मुंबई में कोरोना वायरस के XE वेरिएंट की पुष्टि के कुछ समय बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का खंडन कर दिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बुधवार को मुंबई में कोरोना के नए XE वेरिएंट (XE Varient) का पहला केस मिलने वाली खबरों का खंडन किया है. मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा साक्ष्य XE वैरिएंट होने की पुष्टि नहीं करते हैं. पूरे मामले में अब महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा है कि महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता है. COVID-19 Variant XE in India: कितना खतरनाक है ओमिक्रॉन का 'एक्सई' वैरिएंट? इसके संक्रमण के प्रमुख लक्षण कौन-कौन से हैं?
COVID19 के नए 'XE' वेरिएंट के बारे में पूछे जाने पर, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, "स्वास्थ्य विभाग 'XE' संस्करण पर किसी भी पुष्टि पर नहीं पहुंचा है क्योंकि अभी तक कोई NIB (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजिकल) रिपोर्ट नहीं है. घबराने की जरूरत नहीं है."
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का बड़ा बयान
On being asked about the new 'XE' variant of #COVID19, Maharashtra Health Minister Rajesh Tope said, "the health dept has not arrived on any confirmation on the 'XE' variant as there's no NIB (National Institute of Biologicals) report yet. There's no need to panic." pic.twitter.com/QF9esbYh6O
— ANI (@ANI) April 7, 2022
राजेश टोपे ने कहा, जानकारी के अनुसार, 'XE' वेरिएंट ओमिक्रॉन वेरिएंट की तुलना में 10 फीसदी अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है. हम एक रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे; केंद्र या NIB से एक पुष्टिकरण रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. इसलिए महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता है.
BMC ने की थी XE वेरिएंट की पुष्टि
बुधवार को BMC की तरफ से बताया गया था कि मुंबई में कप्पा वेरियंट और "XE" वेरियंट के एक-एक मामले सामने आए. BMC ने एक बयान जारी कर बताया कि कोविड-19 वायरस जेनेटिक फार्मूला निर्धारण के तहत मुंबई में किये गए 11वें टेस्ट के परिणाम में 230 नमूने में से 228 (99.13%) रोगियों में ओमिक्रॉन का पता चला, जबकि एक संक्रमित ओमिक्रॉन के 'XE' वेरियंट से और एक अन्य कोरोना वायरस के के 'कप्पा' वेरियंट से पीड़ित है.
WHO ने दूसरे कोविड म्युटेंट स्ट्रेन एक्सई (XE) को लेकर चेतावनी जारी की है. डब्ल्यूएचओ ने बताया कि यह दो ओमिक्रॉन सब-वेरियंट यानी उपप्रकारों का एक हाइब्रिड स्ट्रेन है. जिसकी फैलने की क्षमता ओमिक्रॉन से कहीं ज्यादा है. प्रारंभिक अध्ययनों में दावा किया गया है कि कोरोना के BA.2 वेरियंट की तुलना में XE स्ट्रेन की वृद्धि दर 10 प्रतिशत अधिक है.