बेंगलुरू: देश में कोरोना महामारी (Corona epidemic) के रोकथाम के लिए अब तक वैक्सीन नहीं आने की वजह से हर दिन कोरोना के मामले रुकने की अपेक्षा बढ़ते ही जा रहे हैं. हालांकि इस महामारी के रोकथाम के लिए वैक्सीन को लेकर रिसर्च जारी है. लेकिन अभी तक वैक्सीन नहीं मिल पाने की वजह से हर दिन कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों के प्लाज्मा (Plasma) से गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित लोगों का इलाज किया जा रहा है. कर्नाटक में प्लाज्मा डोनेट (Plasm) करने वाले लोगों को लेकर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया. फैसले के तहत प्लाज्मा डोनेट करने वाले डोनर को सरकार प्रोत्साहन के तौर पर पांच हजार रुपये की राशि देगी.
कर्नाटक के मेडिकल एजुकेशन मंत्री डॉ सुधाकर के (Dr Sudhakar K) ने बुधवार को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों के प्लाज्मा से कोरोना पीड़ित ठीक हो रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार लोगों की जाना बचाने के लिए फैसला किया है कि प्लाज्मा डोनेट करने वाले डोनर को प्रोत्साहन राशि के तौर पर पांच हजार रुपये देगी. यह भी पढ़े: दिल्ली में कोरोना का कहर जारी, सीएम अरविंद केजरीवाल बोले-राजधानी में बेड्स की कोई कमी नहीं, COVID-19 मरीजों के इलाज के लिए शुरू होगा प्लाज्मा बैंक
State Government will give Rs 5000 each as appreciation money to the plasma donors: Dr Sudhakar K, Karnataka Minister for Medical Education (file pic) pic.twitter.com/z8asmY8uev
— ANI (@ANI) July 15, 2020
बता दें कि दिल्ली, मुंबई, तमिलनाड़ु जैसे प्रमुख राज्यों में कोरोना से ठीक हुए मरीजो के प्लाज्मा से कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज हो रहा है और वे ठीक भी हो रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार का कहना है कि जब तक कोरोना वैक्सीन की दवा नहीं आ जाती है. तब तक कोरोना के गंभीर मरीजों डोनेट करने प्लाज्मा से की जाए.