नई दिल्ली: केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का 100 दिन का ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि मौजूदा समय में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का जो हाल है उसके पीछे लोगों का ओला-उबर से ज्यादा सफर और बीएस-6 भी कारण है.
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग बीएस-6 वाहन के आगमन के साथ ही ग्राहकों द्वारा अपनी खुद की गाड़ी से ज्यादा ओला-उबर से सफर को प्राथमिकता देने के कारण प्रभावित हो रहा है. साथ ही सीतारमण ने कहा कि जीडीपी में उतार-चढाव विकास की ही एक प्रक्रिया होती है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में यात्री वाहन बिक्री में अगस्त में 1997-98 के बाद सबसे तीव्र मासिक गिरावट देखी गयी है. वाहन क्षेत्र में यह बिक्री लगातार दसवें महीने घटी है. बायोकॉन की चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक किरन मजूमदार शॉ के मुताबिक इस गिरावट की वजह से 50 प्रतिशत विनिर्माण क्षेत्र की नौकरियां खतरे में पड़ गई है.
वाहन बिक्री में लगातार गिरावट के चलते वाहन विनिर्माण क्षेत्र में करीब 15,000 संविदा नौकरियां और डीलरशिप क्षेत्र में 2.8 लाख नौकरियां जा चुकी हैं. वहीं कलपुर्जा विनिर्माण क्षेत्र में 10 लाख नौकरियां जाने की कगार पर हैं.
Finance Minister Nirmala Sitharaman: Automobile industry is now affected by BS6 and the mindsets of millennial, who now prefer to have Ola or Uber rather than committing to buying an automobile pic.twitter.com/6KEecyopH3
— ANI (@ANI) September 10, 2019
एक रिपोर्ट के मुताबिक वहां की सभी श्रेणियों की बिक्री घटी है. अगस्त में वाहनों की यात्री, दोपहिया और वाणिज्यिक वाहनों समेत सभी श्रेणियों की कुल थोक बिक्री 18,21,490 वाहन रही. यह अगस्त 2018 की 23,82,436 वाहन थोक बिक्री के मुकाबले 23.55 प्रतिशत कम है. जबकि जुलाई में वाहनों की कुल बिक्री में 19 साल की सबसे तेज गिरावट 18.71 प्रतिशत दर्ज की गयी थी. जुलाई में कुल 18,25,148 वाहनों की बिक्री हुई थी जबकि जुलाई 2018 में 22,45,223 वाहन बिके थे.
इसी तरह यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री अगस्त में सबसे ज्यादा खराब रही है. यह 31.57 प्रतिशत घटकर 1,96,524 वाहन रही है जो अगस्त 2018 में 2,87,198 वाहन थी. इससे पहले यात्री वाहनों की बिक्री में जुलाई में सबसे खराब स्थिति यानी 30.98 प्रतिशत गिरकर 2,00,790 वाहन थी.