Assam Mizoram Border Dispute: असम-मिजोरम के बीच चल रहा सीमा विवाद अब लगभग सुलझ गया है. दोनों राज्यों के प्रतिनिधि आज बुधवार को नई दिल्ली स्थित गृहमंत्रालय पहुंचे. जहां गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. इस बैठक में फैसला लिया गया है कि कि दोनों ही राज्यो के बीच जो विवादित सीमा है वहां से पुलिस फोर्स हटेगी. करीब तीन घंटे तक चली इस बैठक में दोनों ही राज्यों के चीफ सेक्रेटरी के साथ कई आला अधिकारी मौजूद रहे.
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी
इस बैठक में दोनों राज्यों के बीच इस बात पर भी सहमति बनी की दोनों राज्य सीमा पर नेशनल हाईवे के पास बने विवादित स्थल पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल के वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में न्यूट्रल फोर्स यानी कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी. दोनों प्रदेश बातचीत का यह दौर आगे भी जारी रखेंगे और अपने अपने मुद्दे एक दूसरे के सामने रखेंगे.
दोनों ही राज्यों के मुख्य अधिकारी मौजूद रहे
बता दें कि इस बैठक में मिजोरम के चीफ सेक्रेटरी के साथ डीजीपी गृह मंत्रालय भी मौजद रहे. इसके साथ ही इस बैठक में असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंथ और सीआरपीएफ डीजी कुलदीप सिंह भी मौजूद रहे. बुधवार सुबह भी मिजोरम के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी ने होम सेक्रेटरी से मुलाकात की थी.
आम सहमति से सुलझा विवाद
असम और मिजोरम के बीच चल रहा सीमा विवाद आम सहमति से समाप्त हुआ है. सीमा संघर्ष को समाप्त करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बुधवार मध्यस्थता बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों ने हिस्सा लिया. बता दें कि दोनों राज्यों के बीच जारी इस सीमा विवाद में अब तक पांच पुलिस कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो चुकी है.
गृह सचिव अजय भल्ला ने की बैठक की अध्यक्षता
इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव अजय भल्ला ने बैठक की अध्यक्षता की. इसमें असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत और मिजोरम के उनके समकक्ष लालनुनमाविया चुआंगो और एसबीके सिंह ने हिस्सा लिया.
सीमा विवाद में अब तक 6 लोगों की मौत 50 से ज्यादा घायल
इस मामले में गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि, केंद्र सरकार असम-मिजोरम सीमा विवाद से चिंतित है जिसके चलते हिंसा हुई और छह लोगों की मौत हो गई. बैठक का उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच तनाव कम करना, शांति स्थापित करना और संभावित समाधान खोजना है. उन्होंने कहा कि, सीआरपीएफ के महानिदेशक भी बैठक में शामिल हुए क्योंकि अर्धसैनिक बल के जवानों को असम-मिजोरम के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया गया है, जहां तनाव अधिक है.
Both the state governments agreed to resolve the issue in an amicable manner, the Ministry of Home Affairs (MHA) official said.
— ANI (@ANI) July 28, 2021
बता दें कि मिजोरम पुलिस ने असम के अधिकारियों की एक टीम पर सोमवार को गोलीबारी कर दी थी. इसमें असम पुलिस के पांच कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक अन्य लोग इस संघर्ष में घायल हुए हैं.
असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी की मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आठ पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी और सीमा विवादों को सुलझाने की जरूरत को रेखांकित किया था. लेकिन इसके दो दिन बाद ही यहां तनाव बढ़ गया था.