Navratri 2024 Day-3: आज माँ चंद्रघंटा की पूजा से नष्ट होंगी आसुरी शक्तियां! जानें इसका महात्म्य, मंत्र, मुहूर्त, पूजा विधि और क्या है शुभ रंग!
माँ दुर्गा के तीसरे स्वरूप माँ चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्ध चंद्रमा विराजमान है, इसलिए इनका नाम चंद्रघंटा पड़ा. माँ चंद्रघंटा की दमकती काया स्वर्ण सरीखा चमकीला है. इनकी दस भुजाएं हैं, जिनमें क्रमशः कमल, धनुष, बाण, खड्ग, कमंडल, तलवार, त्रिशूल और गदा जैसे अस्त्र-शस्त्र सुशोभित होते हैं.