
परिवार का जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है. यह न केवल सदस्यों के लिए भावनात्मक समर्थन और सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि स्वस्थ समाज की नींव भी रखता है. यह व्यक्ति के शैक्षिक विकास और सामाजिक कौशल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. परिवार की इस अहमियत को देखते हुए प्रत्येक वर्ष 15 मई को वैश्विक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में बुनियादी पारिवारिक संरचना को प्रभावित करने वाले विभिन्न प्रकार के संघर्षों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके. अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के अवसर पर आइये बात करते हैं इसके महत्व, इतिहास एवं परिवार से जुड़े कुछ रोचक प्रसंगों के बारे में...
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का इतिहास
साल 1994 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया गया था. दरअसल अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की शुरुआत 1989 में हुई थी, जब पहली बार इस दिवस विशेष को शुरु करने के लिए राष्ट्र संघ में प्रस्ताव रखा गया था. इस दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में पहली बार परिवार के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई. 1993 में UNGA ने एक संकल्प में परिवार दिवस के लिए 15 मई की तारीख तय की. 1994 को अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष के रूप में घोषित किया था. इसका मुख्य उद्देश्य पारिवारिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, परिवारों को प्रभावित करने वाले सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय रुझानों के बारे में जानकारी बढ़ाना और पारिवारिक इकाइयों के महत्व बढ़ावा देना है यह भी पढ़ें : Narada Jayanti 2025 Wishes: नारद जयंती के इन शानदार हिंदी WhatsApp Messages, Photo SMS, Facebook Greetings को भेजकर दें शुभकामनाएं
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का महत्व:
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस समाज में परिवारों की अहमियत की याद दिलाता है, उनकी विविधता का जश्न मनाता है और उनके सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करता है. यह जागरूकता को बढ़ावा देने, पारिवारिक मुद्दों के बारे में ज्ञान बढ़ाने और सशक्त पारिवारिक इकाइयों का समर्थन करने वाली नीतियों को प्रोत्साहित करने का अवसर प्रदान करता है. यह दिन परिवारों और समुदाय के भीतर मजबूत रिश्ते बनाए रखने के महत्व पर भी जोर देता है.
अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के कुछ रोचक फैक्ट
आयोजन: इस दिन दुनिया भर में सेमिनार, वर्कशॉप, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं ताकि परिवारों को सशक्त बनाया जा सके.
SDGs से जुड़ाव: यह दिवस संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों से भी संबद्ध है. ये लक्ष्य हैं गरीबी हटाना, स्वास्थ्य, शिक्षा, और लैंगिक समानता.
विविधता: अलग-अलग संस्कृतियों और देशों में परिवार की परिभाषा भिन्न हो सकती है. कहीं संयुक्त परिवार आम हैं, तो कहीं एकल परिवार.
पारिवारिक मूल्य: यह दिवस पारिवारिक मूल्यों जैसे प्यार, सहयोग, सहानुभूति, और उत्तरदायित्व को पुनः स्थापित करने का अवसर है.
कोविड-19: कोविड महामारी के दौरान परिवारों ने मानसिक और सामाजिक समर्थन में अहम भूमिका निभाई, जिसे इस दिन विशेष रूप से रेखांकित किया गया.