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कोरोना महामारी के बीच आपके मोबाइल पर भी ऐसी कई नर्सों की तस्वीरें आयी होंगी, जो अपने नवजात बच्चों को घर छोड़ कर मरीजों की सेवा में लगी हैं.
कोरोना संकट के बीच मोटापे की वजह से परेशान लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए- स्वास्थ्य विशेषज्ञ
कोरोना वायरस से जंग में जहां डॉक्टर नर्स और आवश्यक सेवा में लगे सभी लोग संक्रमितों को बचाने में लगे हैं, वहीं अब आम लोग भी अपनी ज़िम्मेदारी बखूबी समझने लगे हैं. कई शहरों से इसकी तस्वीर भी सामने आ रही है. ताजा उदाहरण महाराष्ट्र के सांगली जिले में देखने को मिला है, जहां एक सैलून व्यवसायी ने डॉक्टर की तरह पीपीई किट (PPE kit) पहनकर अपना काम शुरू किया है.
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन किया गया, तो देश की रफ्तार थम सी गई. अधिकांश लोगों का बिजनेस रुक गया, ऑफिस जाना बंद हो गया, लेकिन इस बीच हमारे स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी और जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग निरंतर अपनी सेवाएं देते रहे
कहते हैं, सीखने की कोई उम्र नहीं होती. जब जागो, तभी सवेरा. लॉडाउन में फंसे उत्तराखंड के चम्पावत जिले के राहत शिविरों में रह रहे मजदूर इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं.इन शिविरों में ये न केवल शिक्षित हो रहे हैं, बल्कि इस कोरोना संकटकाल में प्राणायाम, कपाल भारती योग आदि शारीरिक क्रियाओं को कर खुद को सेहतमंद भी बना रहे हैं.
कोविड-19 के खिलाफ इस जंग में एलोपैथ दवाईयां बनाने वाली कंपनियों व प्रयोगशालाओं के साथ-साथ आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली प्रयोगशालाओं में भी दवाओं पर तेज़ी से खोज चल रही है
भारतीय इतिहास शूरवीर योद्धाओं की अमर शौर्य गाथाओं से भरा पड़ा है. जब-जब भारतवर्ष पर विदेशी आक्रांताओं ने हमला किया, इस माटी के अतुलनीय पराक्रम से सराबोर राजाओं ने उनका डटकर सामना किया. भारतीय इतिहास में इसका एक अमर और अमिट उदाहरण हैं ‘महाराणा प्रताप’. जाने इनसे जुड़ी अन्य रोचक तथ्य.
दुनिया में अलग-अलग जलवायु और पर्यावरण के हिसाब से कई अलग-अलग बीमारियां हैं. लेकिन कुछ ऐसी बीमारियां हैं जो दुनिया के सभी देशों में किसी न किसी तरह से मौजूद हैं.
कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर उपाय है. ऐसे में अस्पतालों में लोगों की आवाजाही कम करने के लिए टेलीमेडिसिन एक महत्वपूर्ण तकनीक के रूप में उभरी है, जो लॉकडाउन में सामाजिक दूरी को बरकरार रखते हुए कुशल संचार के माध्यम से लोगों को इलाज दे रही है. इसलिए संक्रमण के इस दौर में अस्पताल जाने से बेहतर टेलीमेडिसिन का लोग सहारा ले रहे हैं.
कोरोना वायरस के कारण सरकार ने अन्य बीमारियों के मरीजों को सलाह दी है कि जब तक बहुत ज्यादा परेशानी नहीं है, तब तक अस्पताल आने की जरूरत नहीं है. ऐसे में हर कोई परेशानी के वक्त डॉक्टर से फोन, व्हॉट्सऐप आदि से संपर्क कर रहा है. ऐसा ही कुछ दांत के रोगी भी कर रहे हैं, लेकिन दंत चिकित्सा में बहुत कुछ ऐसा होता है, जिसमें डॉक्टर बिना देखें दवा दे ही नहीं सकते.
कई लोगों को अब भी शक है कि खाने-पीने की चीजों से कोरोना वायरस का संक्रमण हो सकता है. इस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ आरएमएल, नई दिल्ली के डॉ. ए के वार्ष्णेय का कहना है कि खाने-पीने की किसी भी चीज से वायरस का संक्रमण नहीं होता है.
देश में आज से लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है. कई जिलों में कुछ विशेष छूट दी जा रही है. इस बीच कोविड19 की लड़ाई में देश कहां पहुंचा और अब तक हुए लॉकडाउन का कितना असर पड़ा इसे लेकर भी लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं. यह वायरस के संक्रमण से बचने में बहुत मददगार है. इससे वायरस से जुड़ी तमाम जानकारी भी मिलती रहती है.
जब कहीं आग लगती है तो हर कोई अपनी जान बचाने के लिए आग से दूर भागता है, लेकिन कुछ ऐसे योद्धा हैं जो आग से लोगों को बचाने के लिए उसमें कूद पड़ते हैं. जी हां, ये योद्धा हैं फायर सर्विस के जवान.
लॉकडाउन 3.0 के तहत 4 मई से देश के कई हिस्सों में कुछ क्षेत्रों में छूट दी गई है. गृह मंत्रालय ने इसके लिए सभी जिलों को एक प्रस्ताव दिया है। जिसके तहत देश के सभी जिलों को ग्रीन, आंरेज और रेड ज़ोन में बांटा गया है. जो भी ढील दी गई है वो केवल ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन में दी गई है.
लॉकडाउन और कोरोना महामारी के बीच एक अच्छी खबर लोगों के लिए सबसे बड़ी इम्युनिटी है. यकीन कीजिए कश्मीर में कोरोना महामारी को लेकर ठप्प पड़े कारोबार के बीच खबर आयी है कि कश्मीरी सैफरन यानी जाफ़रान को जीआई टैग मिल गया है.
कोरोना वायरस के दौर में भारत नए अनुसंधान का हब बन कर उभरा है, जिस पर पूरे विश्व की नजर है. कोविड19 से मुकाबले के लिए भारत अलग-अलग क्षेत्रों में कई अनुसंधान कर रहा है. जिसमें कम कीमत पर टेस्टिंग की नई तकनीक इजाद करने से लेकर सस्ते वेंटिलेटर तक शामिल हैं.
कोरोना वायरस की जंग में भारत दुनिया भर के देशों से बेहतर कर रहा है. देश में अब तक 9 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं. इसके साथ ही भारत टेस्टिंग में शिर्ष 10 देश में शामिल है. लेकिन चुनौतियां अभी भी बरकरार हैं.
भारत में ऐसे कई राज्य हैं जो अपने भीतर बेशुमार खूबसूरती और विविधता को समेटे हुए हैं, उनमें से एक ऐसा ही राज्य है जिसे दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी का गौरव प्राप्त है. इसी राज्य में दुनिया का सबसे बड़ा सफेद रेगिस्तान रन ऑफ कच्छ है, जो अपने आप में एक आकर्षण का केंद्र है.
महाराष्ट्र का नाम आते ही ऊंची-ऊंची इमारतें, इकोनॉमिक कॉरिडोर, शिक्षण संस्थान और एक से बढ़ कर एक पर्यटन स्थल ज़हन में आते हैं. और इन सबके बीच छत्रपति शिवाजी और मुंबई यानी आर्थिक राजधानी का जिक्र तो जरूर होता है. महाराष्ट्र जिसे उद्योगों का राज्य कहा जाता है, अरब सागर के समुद्री तट से लगा हुआ है.
कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी मंत्रालय ने औषधीय पेय तैयार करने सहित कई उपाय किये हैं, जिसके माध्यम से कोरोना संक्रमण से संघर्ष करने में लोगों की शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी.