महाराष्ट्र का नाम आते ही ऊंची-ऊंची इमारतें, इकोनॉमिक कॉरिडोर, शिक्षण संस्थान और एक से बढ़ कर एक पर्यटन स्थल ज़हन में आते हैं. और इन सबके बीच छत्रपति शिवाजी और मुंबई यानी आर्थिक राजधानी का जिक्र तो जरूर होता है. महाराष्ट्र जिसे उद्योगों का राज्य कहा जाता है, अरब सागर के समुद्री तट से लगा हुआ है. और यही कारण है कि सदियों से यह जगह व्यापारियों का गढ़ रही है. 1 मई को महाराष्ट्र का स्थापना दिवस है. इस साल कोविड-19 के संक्रमण के चलते महाराष्ट्र दिवस फीका रहेगा, लेकिन हां इसमें कोई शक नहीं है कि पूरा प्रदेश कोरोना को हराने की पुरजोर कोशिश में जुटा है.
इतिहास के पन्नों की एक झलक:
महाराष्ट्र के पहले प्रसिद्ध शासक सातवाहन थे, उन्होंने ही महाराष्ट्र की स्थापना की थी. उनके बाद वाकाटक आए, जिन्होंने सर्व-भारतीय साम्राज्य बनाया. उनके शासनकाल में महाराष्ट्र में शिक्षा, कला तथा धर्म सभी का चौतरफा विकास हुआ. उनके कार्यकाल से लेकर शिवाजी के शासन तक इस राज्य को अनगिनत चीजें विरासत में मिलीं. शिवाजी के नेतृत्व में राज्य का सर्वांगीण विकास हुआ. शिवाजी ने लोगों के अंदर स्वराज तथा राष्ट्रीयता की एक नई भावना पैदा की. पेशवाओं ने दक्षिण के पठार से लेकर पंजाब पर हमला बोलकर मराठाओं का आधिपत्य स्थापित किया. स्वतंत्रता संग्राम में भी महाराष्ट्र अग्रणी भूमिका निभाई.
देश के राज्यों के भाषायी पुनर्गठन के फलस्वरूप 1 मई, 1960 को महाराष्ट्र राज्य का प्रशासनिक रूप से गठन हुआ. इस राज्य का गठन आसपास के मराठी भाषी क्षेत्रों को मिलाकर किया गया. इनमें मूल ब्रिटिश मुंबई प्रांत में शामिल दमन और गोवा के बीच का जिला, हैदराबाद के निज़ाम की रियासत के पांच जिले, मध्य प्रांत (मध्य प्रदेश) के दक्षिण आठ जिले तथा आसपास की ऐसी अनेक छोटी-छोटी रियासतें शामिल थीं, जो समीपवर्ती जिलों में मिल गईं थीं.
1956 में उठी अलग राज्य बनाने की मांग:
मराठी भाषी लोगों के लिए एक अलग राज्य बनाने की मांग के साथ वर्ष 1956 में संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन की शुरुआत हुई. यह आंदोलन 1960 में राज्य के गठन के साथ खत्म हुआ. 1 मई 1960 को महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात को भी एक अलग राज्य का दर्जा दिया गया. इस आंदोलन के समानांतर गुजरात के लिए भी आंदोलन चला था.
राज्य का कुल क्षेत्रफल 3.08 लाख वर्ग किलोमीटर है. यहां मराठी, कोंकणी, हिन्दी व अंग्रेजी भाषा बोली जाती है. वहीं कर्नाटक से लगे कुछ हिस्सों में कन्नड़ भाषा भी बोलते हैं. 2011 के सेंसस के अनुसार राज्य की शैक्षिक दर 82.3 प्रतिशत है. इस राज्य में फार्मास्युटिकल्स, बायोटेक्नोलॉजी, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, ऑयल एंड गैस, एग्रो फूड प्रोसेसिंग, जेम्स एंड ज्वेलरी, वित्तीय सेवाओं, टेक्सटाइल, आदि के उद्योग प्रमुख रूप से हैं. और हां देश का सबसे बड़ा फिल्म उद्योग यानी बॉलीवुड भी इसी राज्य के दिल यानी मुंबई में बसता है.
महाराष्ट्र से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- महाराष्ट्र में स्थापना दिवस को महाराष्ट्र दिवस के रूप में मनाया जाता है.
- महाराष्ट्र की स्थापना बॉम्बे रीऑर्गनाइजेशन ऐक्ट के तहत की गई.
-2017-18 में राज्य की जीएसडीपी देश की जीडीपी की 14.89 प्रतिशत रही, जो सभी राज्यों में सबसे अधिक रही.
- राज्य की जीसडीपी 2018-19 में 405.35 बिलियन डॉलर रही.
- राजधानी मुंबई अगर फाइनेंशियल हब है, तो पुणे एजूकेशनल हब है.
- महाराष्ट्र में कुल 16 एयरपोर्ट हैं, दो बड़े बंदरगाह व 48 छोटे बंदरगाह हैं.
- समुद्री मार्ग के जरि देश के कुल कार्गो ट्रांसपोर्ट का 22 प्रतिशत केवल महाराष्ट्र से होता है.
- जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट है.
- राज्य में 303,000 किलोमीटर का रोड नेटवर्क और 6,165 किमी का रेल नेटवर्क है.
- अप्रैल 2000 से जून 2019 तक महाराष्ट्र में कुल विदेशी निवेश 128.85 बिलियन डॉलर रहा.
-2018-19 के बीच यहां का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट 74 बिलियन डॉलर रहा और अप्रैल से सितंबर 2019 के बीच 33 बिलियन डॉलर रहा.
- मार्च 2019 में यहां के सिंधुदुर्ग एयरपोर्ट का संचालन शुरू हुआ। यह तटीय कोंकण क्षेत्र का पहला एयरपोर्ट है.
- महाराष्ट्र में 2017-18 में 6.55 मिलियन बेल कॉटन का उत्पादन हुआ. वहीं 2018-19 में यह 7.83 मिलियन बेल रहा. आपको बता दें कि एक बेल में 170 किलोग्राम होता है.
- राज्य में 2018-19 में कुल 519 मीट्रिक टन रॉ सिल्क का उत्पादन हुआ.
-2018-19 में महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कोऑपरेशन, सिडको और सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया ने 37 आईटी पार्क विकसित किये और 527 प्राइवेट आईटी पार्कों को स्वीकृति दी. 527 में से 193 आईटी पार्क 19927 करोड़ रुपए के निवेश के साथ संचालित हैं. यहां 10.81 लाख रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है.
- देश में ऑटोमोबाइल क्षेत्र के कुल उत्पादन का करीब 35.1 प्रतिशत महाराष्ट्र में होता है.
- महाराष्ट्र में मौजूद बिजली संयंत्रों की कुल क्षमता 43,000 मेगावॉट की है.
- टेक्सटाइल के क्षेत्र में रोजगार देने वाले राज्यों में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है.
- भारत से एक्सपोर्ट होने वाले सॉफ्टवेयर का 20 प्रतिशत महाराष्ट्र से होता है.