COVID-19: मोटापे की वजह से परेशान लोगों को कोरोना काल में बरतनी चाहिए ज्‍यादा सावधानी- स्वास्थ्य विशेषज्ञ
कोरोना वायरस (Photo Credits: IANS)

अभी तक कहा जा रहा था कि अगर कोई पुरानी बीमारी से ग्रसित है, और कोरोना की चपेट में आता है तो संक्रमण उसके लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन अब कहा जा रहा है कि मोटापे की वजह से परेशान लोगों को भी इस दौरान बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के डॉ तन्मय तालुकदार की मानें तो मोटापे से कई प्रकार की बीमारियां भी आती हैं. लिहाज़ा मोटे लोगों को संक्रमण से बच कर रहना चाहिए. आकाशवाणी से बातचीत के दौरान डॉ. तन्मय तालुकदार ने कहा, "चूंकि लॉकडाउन में कई सारी छूट दी जा रही है, इसलिए जरूरत है अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाने की.

उन्होंने कहा कि पहले हमारे देश में यहां-वहां थूकना सामान्य था. लोग सड़क किनारे थूकते रहते थे. हाथ धोने की आदत कम हो गई थी, जबकि पुराने जमाने में अक्सर बाहर से आने पर या खाने से पहले हाथ-पैर धोने को कहा जाता था. उसे ही एक बार फिर अपनी दिनचर्या में शामिल करना है. इसके अलावा खांसी-जुकाम होता रहता था, तो उतनी सावधानी नहीं रखते थे. अब थोड़ा ज्यादा सजग रहना होगा। केवल बाहर ही नहीं बल्कि घर में भी छिंकते, खांसते समय दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। मास्क लगा के रखने की जरूरत है, लेकिन यहां इस बात का ध्यान रखना है कि जो भी व्‍यक्ति मास्क लगा रहा है, ये नहीं समझे की उसे वायरस का संक्रमण है, बल्कि वो तो दूसरों की सुरक्षा के लिए मास्क लगा रहा है."

बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम सामान्य,घबराएं नहीं

वहीं इन दिनों मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं, कभी बारिश तो कभी गर्मी। इससे लोगों को सर्दी-जुकाम ज्‍यादा हो रहा है। इस पर डॉ तालुकदार ने कहा कि मौसम बदलने पर सामान्य सर्दी जुकाम हो जाता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि जिन्हें वायरस का संक्रमण हुआ भी है, तो उनमें ज्यादातर लोग बिना दवाई के ठीक हो रहे हैं। तो कोई सामान्य जुकाम या खांसी है तो, घर पर रह कर सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ठीक हो जाएंगे। अगर कोरोना के लक्षण जैसे सूखी खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, आदि है तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.

गर्भवती महिलाएं रखें विशेष सावधानी

लॉकडाउन में ढील और वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच बुजुर्गो और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी की सलाह दी गई है.डॉ तालुकदार ने कहा कि गर्भवती महिलाएं या छोटे बच्चों को लेकर बीच में काफी संशय था कि टीका कैसे लगेगा, लेकिन बच्चों और महिलाओं के लिए ऐसी सभी सुविधा अस्पताल में मौजूद है। गर्भवती महालिओं को बस अपना जरूरत से ज्यादा ध्यान रखना है.अगर कोई मां अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करा रही है तो अच्‍छी तरह से हैंडवाश करके ही बच्चे को लें.

साथ ही अगर बुजुर्ग या किसी को कोई पुरानी बीमारी है और उसकी दवा चल रही है तो उन दवाओं को नियमित रूप से लें, अभी अस्पताल जाने से बचें। अगर कोई परेशानी है तभी अस्‍पताल जायें। इसके अलावा आज कल टेलीमेडिसिन की सुविधा है। फोन पर अपने डॉक्टर से संपर्क कर लें या कोई भी परामर्श ले लें. अगर वो जरूरी कहें तभी अस्पताल जायें.