लंदन, 7 जून: कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण लगाए गए लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बीच इंग्लैंड में 15 जून से पूजा स्थल लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे. लेकिन इस बात पर जोर दिया जाएगा कि ऐसे स्थानों में लोगों की भीड़ एकत्र नहीं हो सके. ब्रिटेन के सामुदायिक मामलों के मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने रविवार को इसकी जानकारी दी. यह निर्णय सरकार और प्रमुख धर्मों के प्रतिनिधियों के बीच हुयी बातचीत के बाद लिया गया. पूजा स्थलों में सामुदायिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी.
प्रार्थना सभाओं, कीर्तन, सामूहिक रूप से पूजा आदि की अनुमति नहीं दी गयी है ताकि बड़ी संख्या में लोगों को एक स्थान पर एकत्र होने से रोका जा सके और सामाजिक दूरी कायम रह सके. जेनरिक ने कहा कि सभी धर्मों के लोगों ने काफी धैर्य दिखाया. उन्होंने इस क्रम में हाल ही में संपन्न ईस्टर, रमज़ान या वैसाखी आदि का भी जिक्र किया जिसे लोगों ने अपने मित्रों और संबंधियों के साथ पारंपरिक रूप से नहीं मनाया.
उन्होंने कहा कि हम वायरस को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं, इसलिए हम सीमित रूप से पूजा स्थलों को खोलने की दिशा में बढ़ रहे हैं. मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों, मस्जिदों और पूजा के अन्य स्थानों को स्वयं ही आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का प्रबंधन करना होगा.
इस बीच ब्रिटिश सरकार ने कहा है कि इंग्लैंड में पूजा स्थलों को सीमित रूप में फिर से खोलने के लिए आने वाले दिनों में नए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे. इसमें सामुदायिक स्थानों की पूरी तरह से सफाई, प्रवेश और निकास बिंदुओं पर हाथों की सफाई तथा श्रद्धालुओं को निजी उपयोग वाला सामान खुद ही लाने पर जोर दिया जाएगा.
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