नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर : वाहन ईंधन कीमतों में रविवार को फिर बढ़ोतरी हुई. पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर और बढ़ाए गए हैं. इससे अब वाहन ईंधन के दाम विमान ईंधन (एटीएफ) से एक-तिहाई ज्यादा हो गए हैं. साथ ही देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम अब नयी ऊंचाई पर पहुंच गए हैं. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार चौथे दिन 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है. सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलयम विपणन कंपनियों द्वारा जारी मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. दिल्ली में अब पेट्रोल 105.84 रुपये प्रति लीटर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया है. मुंबई में यह अब 111.77 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
मुंबई में डीजल 102.52 रुपये प्रति लीटर और दिल्ली में 94.57 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. इस बढ़ोतरी के साथ सभी राज्यों की राजधानियों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गया है. वहीं करीब एक दर्जन राज्यों में डीजल शतक को पार कर गया है. अब बेंगलुरु, दमन और सिलवासा में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है. इससे अब पेट्रोल का दाम एटीएफ से 33 प्रतिशत अधिक हो गया है. दिल्ली में एटीएफ 79,020.16 रुपये प्रति किलोलीटर यानी 79 रुपये प्रति लीटर है. राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल 117.86 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. वहां डीजल 105.95 रुपये प्रति लीटर हो गया है. सितंबर के आखिरी सप्ताह में वाहन ईंधन कीमतों में तीन सप्ताह के बाद संशोधन का सिलसिला फिर शुरू हुआ था. उसके बाद से यह पेट्रोल में 16वीं वृद्धि है. वहीं इस दौरान डीजल के दाम 19 बार बढ़ाए गए हैं. यह भी पढ़ें : Petrol and Diesel Price: राज्य की अर्थव्यवस्था की समीक्षा के बाद पेट्रोल की कीमतों को कम करने पर फैसला लेंगे: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई
देश के ज्यादातर हिस्सों में पेट्रोल पहले ही 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुका है. वहीं करीब एक दर्जन राज्यों और संघ शासित प्रदेशों....मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बिहार, केरल, कर्नाटक और लद्दाख में डीजल शतक को पार कर चुका है. स्थानीय करों की वजह से विभिन्न राज्यों में वाहन ईंधन के दामों में अंतर होता है. इस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 84.8 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. ब्रेंट कच्चा तेल सात साल में पहली बार इस स्तर पर गया है.