नयी दिल्ली, 22 अगस्त भारत और बांग्लादेश के सीमा शुल्क अधिकारियों ने नए भूमि सीमा शुल्क स्टेशन खोलने, बंदरगाह अंकुशों में ढील देने, सड़क और रेल बुनियादी ढांचे का विकास करने और सीमा शुल्क आंकड़ों का आगमन-पूर्व आदान-प्रदान जैसे कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की है।
भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा शुल्क पर दो दिन के 14वें संयुक्त समूह (जेजीसी) की बैठक मंगलवार को समाप्त हुई, जिसकी सह-अध्यक्षता सीबीआईसी सदस्य (सीमा शुल्क) सुरजीत भुजबल और बांग्लादेश राष्ट्रीय राजस्व बोर्ड के सदस्य मोहम्मद महबुबुज्जमां ने की।
एक बयान में वित्त मंत्रालय ने कहा कि 14वीं जेजीसी बैठक में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई, जैसे नए भूमि सीमा शुल्क स्टेशन खोलना, बंदरगाह अंकुशों में ढील देना, सड़क और रेल बुनियादी ढांचे का विकास, सीमा शुल्क डेटा का आगमन-पूर्व आदान-प्रदान और सीमा शुल्क सहयोग पर एक द्विपक्षीय समझौता आदि।
भारत ने प्रायोगिक आवागमन पूरा करने और चटगांव और मोंगला पोर्ट्स (एसीएमपी) के उपयोग पर समझौते को क्रियान्वित करने के मकसद से अधिसूचना जारी करने के लिए बांग्लादेश को धन्यवाद दिया।
बयान में कहा गया है कि द्विपक्षीय बैठक दोनों पक्षों द्वारा आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई।
सीमा शुल्क सहयोग और सीमापार व्यापार सुविधा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए भारत-बांग्लादेश जेजीसी बैठकें वार्षिक आधार पर आयोजित की जाती हैं।
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