
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक ऐसी घटना हुई है, जिसने सबको चौंका दिया है. एक राजनीतिक कार्यक्रम में एक पार्टी कार्यकर्ता ने सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी (SSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र राजभर को माला पहनाने के बाद कई बार थप्पड़ मारे. ये पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
क्या हुआ जौनपुर में?
ये घटना जलालपुर थाना क्षेत्र के अशरफाबाद गाँव में हुई, जहाँ महाराजा सुहेलदेव विजय दिवस के मौके पर एक कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम में राजभर समुदाय के लोगों के बीच महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा स्थापित करने के लिए 'भूमि पूजन' हो रहा था. मऊ जिले के रहने वाले महेंद्र राजभर इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे.
दर्शकों को तब धक्का लगा जब बृजेश राजभर नाम के एक पार्टी कार्यकर्ता ने पहले महेंद्र राजभर को माला पहनाई और फिर सबके सामने उन्हें कई थप्पड़ मारे. इससे कार्यक्रम में अफरा-तफरी मच गई.
वयोवृद्ध और वरिष्ठ नेता श्री महेंद्र राजभर जी पर हुआ हिंसक हमला भाजपा के राज में ‘पीडीए समाज’ पर लगातार बढ़ते जा रहे अपमानजनक व्यवहार और अत्याचार का एक और निंदनीय उदाहरण है।
भाजपा अगर सोचती है कि वो किसी समाज को अंदर से तोड़कर अपनी विभाजनकारी राजनीति को बनाए रखेगी तो ये उसकी… pic.twitter.com/HdVEhyzDs3
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 10, 2025
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
इस हमले के बाद महेंद्र राजभर ने सीधा आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का हाथ है. हालांकि, ओम प्रकाश राजभर या SBSP की तरफ से अभी तक इस आरोप पर कोई बयान नहीं आया है.
महेंद्र राजभर ने कार्यक्रम स्थल से जाकर जलालपुर थाने में बृजेश राजभर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि बृजेश राजभर इस घटना से चार-पांच दिन पहले ओम प्रकाश राजभर से मिले थे और यह हमला उन्हीं के कहने पर किया गया है.
महेंद्र राजभर ने यह भी कहा कि बृजेश कभी उनकी पार्टी में कार्यकर्ता था, लेकिन फिलहाल उसका पार्टी में कोई पद नहीं है. उन्हें नहीं पता कि बृजेश कार्यक्रम में कैसे और क्यों आया या उसे किसने बुलाया. उन्होंने पार्टी में किसी भी तरह के आंतरिक विवाद या पैसों के लेन-देन से इनकार किया है.
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
इस घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस हमले की निंदा करते हुए इसे बीजेपी पर हमला बताया. उन्होंने इसे 'PDA' (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) समाज पर बढ़ते अत्याचार और अपमान का एक और उदाहरण बताया.
अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट कर कहा, "वरिष्ठ नेता महेंद्र राजभर पर हिंसक हमला बीजेपी शासन में PDA समाज के बढ़ते अपमान और अत्याचार का एक और निंदनीय उदाहरण है."
उन्होंने आगे कहा, "अगर बीजेपी सोचती है कि वह समुदायों को अंदर से तोड़कर अपनी बांटने वाली राजनीति को बनाए रख सकती है, तो वह बहुत गलत है. अगर बीजेपी इस हमले में शामिल नहीं है, तो हमलावर को तुरंत गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए."
अखिलेश यादव ने यह भी कहा, "हिंसा हताशा की निशानी है. बीजेपी को याद रखना चाहिए कि ऐसे कृत्यों से PDA समाज का मनोबल नहीं गिरेगा, बल्कि उसका संकल्प और मजबूत होगा. संविधान जिंदाबाद, PDA जिंदाबाद."
महेंद्र राजभर का पुराना रिश्ता
आपको बता दें कि महेंद्र राजभर पहले SBSP से जुड़े थे और उसके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहे थे. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले अपनी खुद की पार्टी बनाने के लिए SBSP छोड़ दी थी. तब उन्होंने ओम प्रकाश राजभर पर पार्टी के मिशन से भटकने और निजी वित्तीय लाभ को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया था.
फिलहाल, उत्तर प्रदेश विधानसभा में SBSP के जगदीश नारायण राय जफराबाद का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने 2022 का चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में जीता था.
जलालपुर SHO त्रिवेणी सिंह ने महेंद्र राजभर की शिकायत दर्ज होने की पुष्टि की है और बताया है कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है.
यह घटना उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है, खासकर राजभर समुदाय के बीच. आगे इस मामले में क्या होता है, ये देखना दिलचस्प होगा.