बीजिंग, 10 फरवरी : चीन में हाल में आई कोविड-19 की लहर के लिए कोई नया स्वरूप नहीं, बल्कि ओमीक्रोन के पहले से ज्ञात दो उप स्वरूप जिम्मेदार थे. ‘द लांसेंट’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दावा किया गया है. विश्लेषण में कहा गया है कि ओमीक्रोन के उपस्वरूप बीए.5.2 और बीएफ.7 2022 बीजिंग में सबसे प्रमुख स्वरूपों में शामिल थे और पिछले साल 14 नवंबर से 20 दिसंबर तक स्थानीय संक्रमणों के 90 प्रतिशत से अधिक मामलों के लिए ये दोनों उप स्वरूप ही जिम्मेदार थे.
ऐसा बताया जाता है कि चीन ने सात दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य कोविड नीति समाप्त कर दी थी. कोविड-19 संबंधी कड़े प्रतिबंध हटाए जाने के बाद चीन में संक्रमण के मामलों में तेज बढ़ोतरी ने इस आशंका को जन्म दिया कि इसका कारण संक्रमण का कोई स्वरूप तो नहीं है. ताजा अध्ययन में अनुसंधानकर्ताओं ने 2022 में बीजिंग में संक्रमित लोगों के एकत्र किए गए नमूनों का विश्लेषण किया. अध्ययन के तहत 13 नमूनों का 14 नवंबर से 20 दिसंबर, 2022 के बीच अनुक्रमण किया गया. इनमें से 350 स्थानीय संक्रमण के मामले थे. इन 413 नमूनों के अनुक्रमण के विश्लेषण से पता चला कि ये सभी मामले संक्रमण के मौजूदा स्वरूपों से जुड़े हैं. यह भी पढ़ें : COVID-19 Update: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 96 नए मामले आए सामने
‘चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज’ में माइक्रोबायोलॉजी संस्थान के प्रोफेसर जॉर्ज गाओ ने कहा, ‘‘हमारे विश्लेषण में पता चला है कि बीजिंग और संभवत: पूरे चीन में संक्रमण की मौजूदा लहर के लिए कोई नया स्वरूप नहीं, बल्कि ओमीक्रोन के दो पहले से ज्ञात उपस्वरूप ही जिम्मेदार हैं.’’