रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद बाजार में दिखा उत्साह, साप्ताहिक आधार पर भी दर्ज हुई तेजी

मुंबई, 17 अप्रैल रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न संकटों के मद्देनजर बाजार में नकदी बढ़ाने समेत विभिन्न उपायों की घोषणा की। इससे बाजार की धारणा को सहारा मिला और शुक्रवार को सेंसेक्स 986 अंक से अधिक चढ़ गया।

रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न संकट के मद्देनजर अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिये शुक्रवार को नये उपायों की घोषणा की। इनमें रिवर्स रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर बैंकों को कर्ज बांटने के लिये अधिक धन उपलब्ध कराना, गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) से जुड़े प्रावधानों को सरल बनाना तथा बैंकों के द्वारा लाभांश के भुगतान पर रोक लगाना शामिल हैं।

बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय 1,116 अंक से अधिक की बढ़त में पहुंच गया। हालांकि इसने कुछ तेजी खो दी और अंतत: 986.11 अंक यानी 3.22 प्रतिशत की बढ़त के साथ 31,588.72 अंक पर बंद हुआ।

इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 273.95 अंक यानी 3.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 9,266.75 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सर्वाधिक 13 प्रतिशत से अधिक की बढ़त में रहा। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक में 9.89 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक में 9.13 प्रतिशत, मारुति सुजुकी में 7.36 प्रतिशत, टीसीएस में 5.32 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक में 4.96 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 4.86 प्रतिशत की तेजी रही।

हालांकि नेस्ले इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टेक महिंद्रा और सन फार्मा के शेयर 3.15 प्रतिशत तक की गिरावट में रहे।

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 25 मार्च को लॉकडाउन लगाये जाने के बाद दूसरी बार डिजिटल संबोधन के जरिये विभिन्न उपायों की घोषणा की। इन घोषणाओं में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) से संबंधित प्रावधानों में ढील देना, बैंकों को 2019-20 के लाभांश के भुगतान से छूट देना तथा बैंकों को कर्ज वितरण के लिये अधिक धन मुहैया कराने को प्रोत्साहित करने के लिए रिवर्स रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करना आदि शामिल हैं।

उन्होंने किसानों, छोटे एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) तथा आवास क्षेत्र के लिये कर्ज की उपलब्धता बढ़ाने को लेकर नाबार्ड, सिडबी तथा राष्ट्रीय आवास बैंक के लिये 50 हजार करोड़ रुपये के विशेष पुनर्वित्तपोषण की भी घोषणा की।

रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद रुपया भी 48 पैसे की बढ़त लेकर 76.39 प्रति डॉलर पर चल रहा है।

अवकाश प्रभावित सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 429.10 अंक यानी 1.37 प्रतिशत की तेजी रही। इसी तरह निफ्टी में भी सप्ताह के दौरान 154.85 अंक यानी 1.69 प्रतिशत की तेजी आयी।

कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (पीासीजी शोध) संजीव जरवाड़े ने कहा कि वैश्विक बाजारों की तेजी तथा रिजर्व बैंक की घोषणा से घरेलू बाजार को समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दवा कंपनी गिलियड की एक औषधि का कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में शानदार परिणाम देने की खबरों ने भी बाजार की मदद की।

एचडीएफसी सिक्ययोरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जासानी ने कहा, ‘‘इन उपायों से एनबीएफसी स्पष्ट तौर पर लाभ पाने वाले हैं। बैंकों के निवेशकों के लिये नकदी बढ़ाने तथा एनपीए प्रावधानों में ढील दिया जाना स्वागतयोग्य है, लेकिन लाभांश वितरण पर रोक तथा नये प्रावधान प्रतिकूल हैं।’’

रिजर्व बैंक की ब्याज दरों को लेकर संवेदनशील समूहों जैसे बैंकिंग, वित्तीय, वाहन और रियल्टी में 6.83 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली। हालांकि एफएमसीजी और हेल्थकेयर क्षेत्र गिरावट में रहे।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में भी 2.44 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गयी।

एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्की बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार भी कारोबार के दौरान ऊपर चल रहे थे।

इस बीच कच्चा तेल का ब्रेंट वायदा भी मामूली बढ़त के साथ 27.84 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।

कोरोना वायरस महामारी से भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 13,387 और मरने वालों की संख्या 437 पर पहुंच गयी है। दुनिया भर में इससे 21 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा करीब डेढ़ लाख लोगों की मौत हुई है।

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