
Chernobyl Nuclear Plant Attack: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने हाल ही में दावा किया है कि एक रूसी हमला ड्रोन ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के नष्ट हो चुके चौथे रिएक्टर को ढकने वाले सुरक्षात्मक आवरण पर हमला किया. इस हमले में सुरक्षात्मक ढांचे को नुकसान पहुंचा, हालांकि आग पर काबू पा लिया गया और विकिरण स्तर में कोई वृद्धि नहीं हुई है. प्रारंभिक आकलन के अनुसार, संरचनात्मक क्षति महत्वपूर्ण है.
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इस घटना को वैश्विक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि चेरनोबिल का यह सुरक्षात्मक आवरण यूक्रेन ने यूरोप, अमेरिका और अन्य देशों के साथ मिलकर बनाया था, जो सच्ची वैश्विक सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं. उनके अनुसार, रूस एकमात्र ऐसा देश है जो इस प्रकार के स्थलों पर हमला करने, परमाणु संयंत्रों पर कब्जा करने और युद्ध को अंजाम देने में संकोच नहीं करता, जिससे यह पूरी दुनिया के लिए एक आतंकवादी खतरा बन गया है.
‼️ BREAKING: Russian attack drone strikes Chernobyl nuclear plant – Zelenskyy
"A Russian attack drone with a high-explosive warhead struck the protective shelter covering the ruined 4th reactor of the Chernobyl Nuclear Power Plant last night.
This shelter was built by Ukraine… pic.twitter.com/2WCXyZXEjp
— NEXTA (@nexta_tv) February 14, 2025
यह पहली बार नहीं है जब परमाणु संयंत्रों पर हमले की खबरें आई हैं. इससे पहले, रूस ने दावा किया था कि यूक्रेनी ड्रोन के कारण जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लगी थी. अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने भी ज़ापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर हुए हमले को गंभीर घटना बताते हुए कहा था कि इससे परमाणु सुरक्षा को खतरा है और परमाणु दुर्घटना का जोखिम बढ़ जाता है.
इन घटनाओं ने वैश्विक समुदाय में परमाणु सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हमलों से न केवल संबंधित देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं. इसलिए, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपेक्षा की जाती है कि वह इस मुद्दे पर ध्यान दे और संबंधित पक्षों के बीच तनाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए.