8 नवम्बर 2024 को दक्षिणी चिली में एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.4 मापी गई. भूकंप शाम 5:08 बजे भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार महसूस हुआ. इसका केंद्र 46.71 डिग्री दक्षिण और 75.55 डिग्री पश्चिम के बीच स्थित था, जो चिली के दक्षिणी हिस्से में स्थित है. इस भूकंप की गहराई 61 किलोमीटर थी, जो इसे मापने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा उपयोग किए गए आंकड़ों के अनुसार, यह एक मध्यम से मजबूत भूकंप माना जा रहा है.
चिली, जो कि 'पेसिफिक रिंग ऑफ फायर' में स्थित है, भूकंपों के लिए जाना जाता है. यह इलाका नियमित रूप से भूगर्भीय गतिविधियों का शिकार रहता है, लेकिन इस बार के भूकंप के प्रभाव का आकलन अभी भी चल रहा है. प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप से कोई बड़ी क्षति या जनहानि की खबर नहीं आई है, लेकिन स्थानीय लोग भयभीत हो गए थे और कई स्थानों पर हल्की दरारें देखी गईं.
EQ of M: 6.4, On: 08/11/2024 17:08:07 IST, Lat: 46.71 S, Long: 75.55 W, Depth: 61 Km, Location: Southern Chile.
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— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) November 8, 2024
भूकंप के बाद चिली सरकार और बचाव एजेंसियां सक्रिय हो गईं और स्थिति का जायजा लिया जा रहा है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है, ताकि किसी भी प्रकार के नुकसान से बचा जा सके. इस घटना ने फिर से यह स्पष्ट कर दिया कि भूगर्भीय गतिविधियों के कारण इस क्षेत्र में प्राकृतिक आपदाओं का जोखिम हमेशा बना रहता है.
चिली में भूकंपों का मुख्य कारण दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित नाज्का प्लेट और साउथ अमेरिकन प्लेट के बीच टेक्टोनिक प्लेटों का संपर्क है. जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो पृथ्वी की पपड़ी में तनाव पैदा होता है, जिससे भूकंप आते हैं. चिली के पश्चिमी तट पर स्थित अंडेस पर्वत भी इस तनाव के परिणामस्वरूप उत्पन्न होते हैं.