Mysterious Radio Signal: हमारी गैलेक्सी में पहली बार मिला रहस्यमयी Fast Radio Burst, वैज्ञानिक भी हुए हैरान
आकाशगंगा में हुआ तेज रेडिओ विस्फोट, (फोटो क्रेडिट्स: : unsplash.com)

खगोलवैज्ञानिकों ने कहा है कि हमारी अपनी आकाशगंगा के भीतर से रेडियो ऊर्जा के रहस्यमय तीव्र विस्फोटों का पता चला है. तेज रेडिओ ब्लास्ट (एफआरबी) एक सेकंड के लिए होता है लेकिन ये सूर्य की तुलना में 100 मिलियन गुना अधिक शक्तिशाली हो सकता है. इतनी तीव्रता के बावजूद उनकी उत्पत्ति काफी हद तक अज्ञात होती है. वैज्ञानिको ने पहली बार हमारी आकाशगंगा में एक तेज रेडिओ ब्लास्ट के बारे में पता लगाने में कामयाब हो गये.

खगोलविदों के समूह ने हमारी आकाशगंगा के भीतर से आने वाली रेडियो तरंगों के छोटे और शक्तिशाली विस्फोट को देखा. उन्होंने ने इस अजीब संकेत के स्रोत को ट्रैक किया है, और इससे हमें अहम सवालों के जवाब मिल सकते हैं. नेचर नामक जर्नल में प्रकाशित तीन अध्ययनों में, वैज्ञानिकों के अंतरराष्ट्रीय समूह ने विस्फोट को एफआरबी के रूप में पहचाना और जो बात इसे उल्लेखनीय बनाती है, वह यह है कि यह हमारी आकाशगंगा के भीतर से आया है, पहले ये विस्फोट हमेशा हमारी आकाशगंगा के बाहर से होते थे.

सालों तक शोधकर्ताओं ने सोचा है कि इन शक्तिशाली विस्फोटों का कारण क्या हो सकता है, कुछ अटकलों में तारों के विस्फोट से एलकार एलियन तकनीक का नदाजा लगाया गया. नवीनतम अध्ययनों में, वैज्ञानिकों ने पाया कि कम से कम एक स्रोत exotic stellar वस्तु है जिसे मैग्नेटर कहा जाता है, यह एक प्रकार का युवा न्यूट्रॉन स्टार है जो ब्लास्ट होने के बाद बहुत सारे स्टार छोड़ देता है, जिसमें एक अत्यंत शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र होता है. "जब मैंने पहली बार डेटा को देखा, तो मैं नंब हो गया और एक्साइटमेंट से लकवाग्रस्त हो गया था," क्रिस्टोफर बोचनेक (Christopher Bochenek,), अध्ययन प्रमुख और लेखक ने रिपोर्ट में कहा गया था.

ब्रह्माण्ड में एफआरबी कौतूहल पैदा करने वाले रहस्यों में से एक हैं. लाखों प्रकाशवर्ष दूर पैदा होने वाली ये बहुत ही शक्तिशाली रेडियो तरंगे होती हैं. इनमें से कुछ 50 करोड़ सूर्यों से भी ज्यादा ऊर्जा उत्सर्जित करते हैं. इसके बाद भी इनका समय कुछ ही मिली सेकेंड का ही होता है. इनमें से ज्यादातर का दोहराव नहीं होता इसलिए इन्हें पकड़ना और समझना बहुत ही मुश्किल है.