भारत और थाईलैंड ने दोनों देशों के बीच ऐप आधारित डिजिटल भुगतान सेवा के मंचो के बीच संपर्क और आपसी व्यापार में स्थानीय मुद्राओं के उपयोग पर चर्चा की. वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि भारत और थाईलैंड ने गुरुवार को दक्षिण-पूर्व एशियाई देश की त्वरित भुगतान सेवा (Prompt Pay Service) के साथ एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) को जोड़ने और स्थानीय मुद्रा में व्यापार लेनदेन पर वार्ता की प्रगति की समीक्षा की. UPI Transaction Limit: क्या आपको पता है यूपीआई ट्रांजैक्शन की डेली लिमिट? जानें एक दिन में कितनी रकम कर सकते हैं ट्रांसफर.
थाईलैंड के वाणिज्य मंत्रालय के महानिदेशक सुश्री ऑरामन सुप्तवीथम और भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग की संयुक्त सचिव सुश्री इंदु सी. नायर ने बैठक की अध्यक्षता की. 17 साल बाद 2020 में फिर से शुरू होने के बाद जेटीसी की यह पहली बैठक थी.
बैठक में भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को थाईलैंड की प्रॉम्प्ट पे सर्विस से जोड़ने और स्थानीय मुद्रा में व्यापार लेनदेन के निपटान पर चल रहे प्रयासों की प्रगति की भी समीक्षा की गई.
थाईलैंड 16.89 बिलियन अमरीकी डालर के कुल व्यापार के साथ ASEAN (एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस) में भारत का महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार है.
दोनों पक्षों ने मूल्य वर्धित समुद्री उत्पादों, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहनों, खाद्य प्रसंस्करण और फार्मास्यूटिकल्स जैसे मजबूत साझेदारी के लिए संभावित वस्तुओं और क्षेत्रों की एक श्रृंखला की पहचान की. दोनों देश इस बात पर भी सहमत हुए कि सेवा क्षेत्र में सहयोग की बहुत गुंजाइश है और वे नर्सिंग, लेखा, श्रव्य दृश्य और चिकित्सा पर्यटन में आपसी मान्यता/सहयोग व्यवस्था स्थापित करने का पता लगाने पर सहमत हुए.