नई दिल्ली: तेलंगाना सरकार और तेलुगु फिल्म उद्योग के बीच बढ़े हुए तनाव के बीच आज एक महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. यह बैठक मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के साथ होगी. 4 दिसंबर को पुष्पा 2 के पेड-प्रीव्यू के दौरान अल्लू अर्जुन को देख फैंस की भीड़ बेकाबू हो गई थी, जिसमें पति और बच्चों संग फिल्म देखने आई एक महिला की मौत हो गई थी और उसका बेटे का अस्पताल भी अभी भी इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद अभिनेता अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था. मामले में अल्लू अर्जुन की कोर्ट में पेशी हुई और उन्हें 14 दिन की न्यायरिक हिरासत में भेजने का आदेश सुनाया था, लेकिन पेशी वाले दिन की एक्टर जमानत पर बाहर आ गए थे, लेकिन यह मामला अभी भी शांत नहीं हुआ है.
अर्थशास्त्र में बड़ा हंगामा मचने के बाद अभिनेता नागार्जुन, निर्माता अल्लू अरविंद और सी. कल्याण समेत कई प्रमुख फिल्मी हस्तियां हैदराबाद के कमांड कंट्रोल सेंटर में पहुंचे. तेलंगाना फिल्म विकास निगम (FDC) के अध्यक्ष और प्रमुख निर्माता दिल राजू ने बुधवार को कहा था कि यह बैठक सरकार और फिल्म उद्योग के बीच "स्वस्थ संबंधों" को बढ़ावा देने के लिए होगी.
यह बैठक फिल्म उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एक दिन पहले तेलंगाना के सिनेमेटोग्राफी मंत्री कोमटिरड्डी वेंकट रेड्डी ने संकेत दिया था कि सरकार केवल उन फिल्मों के लिए टिकट मूल्य बढ़ा सकती है, जो इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम या नशे के खिलाफ संदेश देती हैं. यह निर्णय आगामी फिल्मों जैसे राम चरण की "गेम चेंजर", नंदमुरी बालकृष्ण की "दाकू महाराज", और वेंकटेश की "संक्रांति की ओर" को प्रभावित कर सकता है.
महिला की मौत के बाद तेलंगाना सरकार ने राज्य में फिल्मों के पेड प्रीव्यू पर रोक लगाने का आदेश दिया था और साथ ही तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री की जमकर आलोचना की थी.