मापुटो: मोजाम्बिक की राजधानी मापुटो में क्रिसमस के दिन एक जेल दंगे में 33 लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए. मोजाम्बिक पुलिस के जनरल कमांडर बर्नार्डिनो राफेल ने बुधवार को इस घटना की जानकारी दी. यह दंगा अक्टूबर में हुए विवादित चुनाव के बाद से चल रहे नागरिक अशांति के बीच हुआ.
मोजाम्बिक की उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को लंबे समय से सत्ता में काबिज पार्टी एफरेलिमो की चुनावी जीत की पुष्टि की थी, जिसके बाद विपक्षी दलों और उनके समर्थकों ने इसे धांधली करार देते हुए देशभर में नए सिरे से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए थे. राफेल ने इस दंगे के लिए जेल के बाहर हो रहे विरोध प्रदर्शनों को जिम्मेदार ठहराया, जबकि न्याय मंत्री हेलेना किडा ने कहा कि जेल के अंदर ही यह अशांति शुरू हुई थी और इसका बाहर हो रहे प्रदर्शनों से कोई लेना-देना नहीं था.
"इस अशांति के परिणामस्वरूप जेल के पास 33 मौतें और 15 लोग घायल हुए हैं," राफेल ने मीडिया को बताया. मृतकों और घायलों की पहचान फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है. इस घटना में लगभग 1,534 लोग जेल से फरार हो गए थे, जिनमें से 150 को अब तक फिर से गिरफ्तार किया जा चुका है.
🚨⚡️ #Urgent | Au Mozambique, plus de 1500 détenus s'évadent d'une prison de haute sécurité de Maputo
🔸️Une émeute dans une prison de Maputo, la capitale du Mozambique, a fait 33 morts et 15 blessés, a déclaré le commandant général de la police du pays, Bernardino Rafael,… pic.twitter.com/6jB77Mze1j
— Bilow Média (@Bilow_Media) December 25, 2024
राफेल ने चिंता जताते हुए कहा, "हम देश के रूप में चिंतित हैं, मोजाम्बिक के नागरिकों और सुरक्षा बलों के लिए यह गंभीर समस्या है. हमें अगले 48 घंटों में अपराध में वृद्धि की उम्मीद है."
DEVELOPING| Amid ongoing protests in Mozambique, reports of a prison break have surfaced. Journalist Clemente Carlos shares the latest from Maputo. pic.twitter.com/FSCyUvjPK3
— SABC News (@SABCNews) December 25, 2024
मोजाम्बिक के आंतरिक मंत्री ने मंगलवार को बताया कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद देश में हो रहे अशांति में कम से कम 21 लोग मारे गए. इससे पहले, नागरिक समाज की निगरानी करने वाली संस्था प्लेटफॉर्म डेसाइड ने कहा था कि असंतोष के बाद से पुलिस से झड़पों में अब तक कम से कम 130 लोग मारे जा चुके हैं.