Yashasvi Jaiswal’s Family Shifts to Flat in Mumbai: यशस्वी जयसवाल ने अपना पहला टेस्ट शतक लगाया, तो उनका परिवार नए फ्लैट में शिफ्ट होने, घर की व्यवस्था करने, पैकर्स एंड मूवर्स को निपटाने और घरेलू सामान खरीदने में व्यस्त था. दूसरी ओर, उनके पिता उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड की यात्रा कर रहे थे, फोन पर अपने बेटे की स्कोर रिपोर्ट देख रहे थे और उसकी सफलता की उम्मीद कर रहे थे. यह 21 वर्षीय खिलाड़ी के लिए एक नई शुरुआत है, जो पहले टेंट में सोता था, पानीपूरी बेचता था और आईपीएल मैच देखने के लिए पेड़ों पर चढ़ता था. यह भी पढ़ें: "सफर लंबा रहा लेकिन अभी यह शुरूआत ही है", यशस्वी जायसवाल का बयान
भले ही वह अपने टेस्ट डेब्यू की तैयारी कर रहे थे लेकिन वह अभी भी मुंबई में ही फंसे हुए थे. जयसवाल किराए के दो बेडरूम वाले फ्लैट में वापस नहीं जाना चाहते थे, जहां उनका परिवार पिछले दो साल से रह रहा है.
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उनके भाई तेजस्वी ने खुलासा किया, ''वह हमसे कहते रहे, 'कृपया जल्दी शिफ्ट हो जाएं, मैं इस घर में नहीं रहना चाहता.' यहां तक कि टेस्ट मैच के दौरान भी वह हमारी शिफ्टिंग योजनाओं के बारे में पूछते थे.' जीवन भर उनकी एक ही इच्छा रही, अपना खुद का घर हो. आप जानते हैं कि वह कैसे आगे बढ़े हैं, खासकर मुंबई में वह अपने सिर पर छत के महत्व को समझते हैं.”
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Yashasvi Jaiswal's family has shifted from 2 BHK to a new 5 BHK flat in Mumbai.
His brother said, "Yashasvi always had one wish - to own his own house". (Indian Express) pic.twitter.com/bDlDJdJFeL
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) July 15, 2023
यशस्वी की यात्रा 12 साल की उम्र में शुरू हुई जब वह बिना किसी गॉडफादर या संरक्षक के मुंबई चले गए. बाद में क्रिकेटर बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने नेट्स पर जमकर अभ्यास किया.
यशस्वी ने इंडियन एक्सप्रेस से पहले कहा था, “मैं अपने आप पर आसान नहीं हूँ. मैं अपने प्रति ईमानदार हूं और अगर कोई गलती होती है तो मैं खुद से कहता हूं कि मैंने यह गलती की है. अगर कोई अच्छी बात होती है तो मैं कहता हूं कि मैंने अच्छा किया लेकिन अब आगे देखो. मैं कभी भी बहकावे में नहीं आता,''