एशियाई खेल 2018: भारत के लिए पदकों की बरसात 12वें दिन भी जारी, जानिए आज किस खेल में क्या मेडल मिला
एशियन गेम्स फाइल फोटो (File Photo: ANI)

जकार्ता. भारतीय धावकों ने यहां जारी 18वें एशियाई खेलों के 12वें दिन गुरुवार को भी पदकों का सिलसिला टूटने नहीं दिया. एथलेटिक्स में भारत ने तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए तो वहीं एक रजत और दो कांस्य पदक भी अपनी झोली में डाला. भारतीय महिला टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में देश को स्वर्ण दिलाया तो वहीं जिनसन जॉनसन ने पुरुषों की 1500 मीटर स्पर्धा में सोना जीता.पुरुष टीम चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में रजत पदक जीतने में सफल रही.

सीमा पुनिया ने महिलाओं की चक्का फेंक स्पर्धा में भारत की झोली में कांस्य पदक डाला. चित्रा उन्नीकृष्णनन ने महिलाओं की 1500 मीटर स्पर्धा में कांस्य जीता. यह भी पढ़े-एशियाई खेल: जिनसन जॉनसन का धमाल, 1500 मीटर में जीता गोल्ड मेडल

भारत को दिन का पहला स्वर्ण जॉनसन ने दिलाया. जिनसन ने तीन मिनट 44.72 सेकेंड का समय निकाल कर सोने का तमगा हासिल किया. ईरान के अमीर मुरादी ने तीन मिनट 45.621 सेकंड के साथ रजत और बहरीन के मोहम्मद तौलाइ ने तीन मिनट 45.88 सेकेंड के साथ कांस्य जीता. 800 मीटर में भारत के लिए स्वर्ण जीतने वाले मनजीत सिंह तीन मिनट 46.57 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहे. जिनसन को 800 मीटर में दूसरा स्थान मिला था.

देश ने अभी जॉनसन की सफलता का जश्न मानना शुरू ही किया था कि महिला टीम ने एक और स्वर्ण जीत भारत की खुशी को दोगुना कर दिया. हिमा दास के दम पर भारतीय टीम ने बढ़त ली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. यह भी पढ़े- एशियाई खेल 2018: 4 गुणा 400 रिले में भारतीय पुरुष टीम ने हासिल किया सिल्वर मेडल

हिमा दास, पुवम्मा राजू, सरिताबेन गायकवाड़ और विसमाया वेलुवाकोरोथ की जोड़ी ने तीन मिनट 28.72 सेकेंड का समय निकाल भारत की झोली में दिन का दूसरा स्वर्ण पदक डाला. यह एथलेटिक्स में इस एशियाई खेल का भारत का नौवां और कुल 13वां स्वर्ण है.

भारतीय टीम ने इस स्पर्धा में एकतरफा जीत हासिल की. दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें भारतीय धावकों से काफी पीछे रहीं. शुरुआत असम की 18 साल की हिमा ने की. वह बहुत तेजी से आगे निकलीं और उन्हीं के कारण भारत को बढ़त मिली जिसे बाकी तीन धावकों ने बनाए रखते हुए भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: हिमा दास, पूवम्मा राजू, सरिताबेन गायकवाड़ और विसमाया वेलुवाकोरोथ ने 4 गुणा 400 मीटर रिले में जीता गोल्ड मेडल

स्पर्धा का रजत बहरीन और कांस्य वियतनाम ने जीता. बहरीन की टीम ने तीन मिनट 30.62 सेकेंड का समय निकाला तो वहीं वियतनाम की टीम ने तीन मिनट 33.23 सेकेंड का समय निकाल तीसरा स्थान हासिल किया. वियतनाम की टीम ने अपना सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: कुराश में भारतीय धुरंधरों का बेमिसाल प्रदर्शन जारी, मेडल तय

भारतीय टीम गेम रिकार्ड से .05 सेकेंड से चूक गई। गेम रिकार्ड तीन मिनट 28.68 सेकेंड का है.

कुन्हु मोहम्मद, धरुण आयासामी, मोहम्मद अनस और राजीव अरोकिया की पुरुष टीम ने चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में तीन मिनट 01.85 सेकेंड का समय निकालकर दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक पर कब्जा जमाया. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: चित्रा उन्नीकृष्णन ने महिलाओं की 1500 मीटर रेस में जीता ब्रॉन्ज मेडल

स्पर्धा की शुरुआत कुन्हु ने की थी वह टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दे पाए और चौथे से पांचवें तक आ गए थे। उन्होंन बेटन धरुण को दी. धरुण भी ज्यादा आगे नहीं आ पाए। लेकिन, जैसे ही बेटन अनस के हाथ में आई, इस फरार्टा धावक ने बिजली सी तेजी दिखाते हुए तीन धावकों को पीछे छोड़ दूसरा स्थान हासिल कर लिया.

यहां से लगने लगा था कि भारत पदक जरूर जीतेगा. अनस से बेटन राजीव के पास आई. राजीव ने अनस द्वारा बनाई गई बढ़त को बनाए रखा और भारत ने रजत पदक अपने नाम किया.

स्पर्धा का स्वर्ण कतर के नाम रहा जिन्होंने तीन मिनट 00.56 सेकेंड का समय निकाला. कतर ने एशियाई रिकार्ड अपने नाम किया है. तीसरे स्थान पर जापान की टीम रही जिन्होंने तीन मिनट 01.94 का समय निकाल कांस्य पदक जीता. यह भी पढ़े-एशियाई खेल (एथलेटिक्स): देश की बेटी सीमा पूनिया ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

चित्रा उन्नीकृष्णनन ने 1500 मीटर स्पर्धा में चार मिनट 12.56 सेकेंड का समय निकाल कर कांस्य पदक जीता.

गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता भारत की अनुभवी चक्का फेंक एथलीट सीमा पुनिया ने कांसा अपने गले में डाला. 35 साल की सीमा ने यहां जीबीके मेन स्टेडियम में फाइनल में तीसरे प्रयास में 62.26 मीटर की दूरी तक फेंक कर तीसरा स्थान हासिल किया. यह भी पढ़े-एशियाई खेल 2018: पुरुष हॉकी के सेमीफाइनल में हारा भारत, मलेशिया ने दी मात

सीमा ने अपने पहले प्रयास में 58.51 मीटर की दूरी नापी, लेकिन दूसरा प्रयास में उनका फाउल रहा. चौथे प्रयास में उन्होंने 61.28 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका जबकि पांचवां प्रयास फाउल रहा.

एथलीट की दो और स्पर्धाओं में भारत को हालांकि निराशा हाथ लगी. पुरुषों की 50 किलोमीटर पैदलचाल में संदीप कुमार को अयोग्य घोषित कर दिया गया. 5000 मीटर स्पर्धा में लक्ष्मणन गोविंदन 14 मिनट 17.09 सेकेंड का समय निकाल कर छठे स्थान पर रहे.