समुच्य मानव जाती को ज्ञात है कि भूकंप एक बेहद ही विध्वंसकारी प्राकृतिक आपदा है, जिसके कहर से मानव जीवन में उथल-पुथल मच जाता है. कुछ ऐसा ही 11 नवंबर को पुरे पृथ्वी पर लगभग 20 मिनट तक भूकंप (Earthquake) के झटके आते रहे, फिर भी पूरी दुनिया में कोई भी व्यक्ति इस झटके को महसूस नही कर सका. भूकंप की यह घटना 9.30 बजे यूटी लिंगटन, केन्या (Kenya), स्पेन, चिली, कनाडा जैसे अनेक देशों में आए. लेकिन इस घटना से किसी भी देश में जान-माल की कोई हानी का खबर नही मिला है.
इतिहास के सबसे विनाशकारी भूकंप:
26 जनवरी 2001 को गुजरात के भुज में भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी गई. इससे पूरा शहर ही मानो मलबे के ढेर में तब्दील हो गया. कच्छ और भुज में 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. डेढ़ लाख से ज्यादा लोग जख्मी हुए और करीब 4 लाख मकान जमींदोज हो गए.
26 दिसंबर 2004 को दक्षिण भारत में भूकंप की तीव्रता 9.2 मापी गई. इस दिन समंदर ने भारत के कई शहरों में मौत का तांडव किया. सुनामी लहरों ने मौत का ऐसा विकट जाल बिछाया जिसमें हजारों लोगों की जिंदगी बर्बाद हो गई.
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12 जनवरी 2010 को हैती में भूकंप की तीव्रता 7 मापी गई. सबसे ज्यादा तबाही राजधानी पोर्ट ओ प्रिंस में मची. भूकंप के बाद 52 ऑफ्टर शॉक्स महसूस किए गए. इस भूकंप ने एक लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली.
This is a most odd and unusual seismic signal.
Recorded at Kilima Mbogo, Kenya ...#earthquakehttps://t.co/GIHQWSXShd pic.twitter.com/FTSpNVTJ9B
— ******* Pax (@matarikipax) November 11, 2018
25 अप्रैल 2015 को नेपाल में भूकंप की तीव्रता 8.1 मापी गई. 8000 से अधिक मौतें हुईं और 2000 से अधिक लोग घायल हुए. भूकंप के झटके भारत, चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान तक महसूस किए गए.