
Japan Tokara Islands Earthquake: जापान के दक्षिणी हिस्से में एक छोटा सा द्वीप समूह है, जिसका नाम टोकरा है. पिछले दो हफ़्तों से यहां के लोग बेहद डरे हुए हैं क्योंकि इस इलाके में 900 से भी ज़्यादा बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हालांकि, इन झटकों से किसी बड़े नुकसान की खबर तो नहीं है, लेकिन लगातार हो रही इस उथल-पुथल ने लोगों की नींद उड़ा दी है.
जापान की मौसम एजेंसी ने बुधवार को एक इमरजेंसी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. यह कॉन्फ्रेंस तब बुलानी पड़ी जब दोपहर करीब 3:30 बजे 5.5 तीव्रता का एक भूकंप आया. एजेंसी के एक बड़े अधिकारी, अयाताका एबिता ने बताया, "21 जून से तोकारा द्वीप समूह के आसपास समुद्र में भूकंप की गतिविधियां बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं. आज शाम 4 बजे तक इन झटकों की संख्या 900 को पार कर चुकी है." उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी यह नहीं बता सकती कि यह सिलसिला कब थमेगा.
लोगों का क्या कहना है?
लगातार आ रहे भूकंप से टोकरा के निवासी बहुत थक गए हैं और सो नहीं पा रहे हैं. एक स्थानीय निवासी ने एक टीवी चैनल को बताया, "ऐसा लगता है जैसे हर समय ज़मीन हिल रही है. डर के मारे सोना भी मुश्किल हो गया है."
एक और व्यक्ति ने अपनी चिंता ज़ाहिर करते हुए कहा, "पता नहीं यह सब कब खत्म होगा. मुझे सोचना पड़ रहा है कि क्या मुझे अपने बच्चों को यहां से कहीं और भेज देना चाहिए."
क्या ऐसा पहले भी हुआ है?
हां, टोकरा द्वीप समूह के लिए यह कोई नई बात नहीं है. मौसम एजेंसी के मुताबिक, सितंबर 2023 में भी यहां भूकंप की ऐसी ही intense गतिविधि देखी गई थी, जब 346 भूकंप दर्ज किए गए थे. टोकरा द्वीप समूह में कुल 12 द्वीप हैं, जिनमें से 7 पर लोग रहते हैं. इन द्वीपों की कुल आबादी लगभग 700 है.
जापान में इतने भूकंप क्यों आते हैं?
जापान दुनिया के उन देशों में से एक है जहां सबसे ज़्यादा भूकंप आते हैं. इसकी वजह यह है कि यह देश चार बड़ी टेक्टोनिक प्लेटों के ऊपर बसा है, जो प्रशांत महासागर के "रिंग ऑफ फायर" का हिस्सा हैं.
लगभग 12.5 करोड़ की आबादी वाले इस देश में हर साल करीब 1,500 भूकंप के झटके लगते हैं, जो दुनिया के कुल भूकंपों का लगभग 18% है. इनमें से ज़्यादातर झटके हल्के होते हैं, लेकिन कभी-कभी ये बड़ी तबाही भी लाते हैं, जैसा कि इसी साल 2024 की शुरुआत में नोटो प्रायद्वीप में आए विनाशकारी भूकंप में देखा गया था, जिसमें लगभग 600 लोगों की जान चली गई थी.