कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर दुनियाभर में जारी है. भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. देश में कोरोना वायरस से हुई मौतों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. कोरोना के खतरे को देखते हुए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होगा. इस बीच सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर कोरोना और लॉकडाउन से जुड़े तमाम मैसेज वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मेसेज खूब वायरल हो रहा है. इस वायरल मैसेज में लिखा गया है कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया के सबसे खतरनाक वायरस को कंट्रोल करने के लिए लॉकडाउन पीरियड्स के प्रोटोकॉल और तरीके बताए हैं और भारतीय सरकार इसके अनुसार ही लॉकडाउन घोषित कर रही है.
भारत में 22 मार्च को एक दिन का लॉकडाउन घोषित किया गया था और इसके बाद 24 मार्च की रात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश के दौरान देश में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी. वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार WHO के प्रोटोकॉल के अनुसार 5 दिन के ब्रेक के बाद लॉकडाउन बढ़ाने वाली है. यह भी पढ़ें- Coronavirus: अप्रैल में देश लागू हो सकता है आपातकाल? वायरल मैसेज का भारतीय सेना ने किया खंडन.
यहां देखें वायरल मैसेज-
*WORLD HEALTH ORGANISATION PROTOCOL&PROCEDURE OF LOCKDOWN PERIODS FOR CONTROLLING ON MOST DANGEROUS VIRUS*
STEP 1 - 1 DAY.
STEP 2- 21 DAYS.
AFTER 5 DAYS.
STEP 3- 28 DAYS.
AFTER 5 DAYS.
STEP 4 - 15 DAYS.
— anil (@anil76026272) April 3, 2020
वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल के मुताबिक जानलेवा वायरस को कंट्रोल करने के लिए पहले एक दिन का लॉकडाउन, फिर 21 दिन का लॉकडाउन फिर पांच दिन के ब्रेक के बाद 28 दिन का लॉकडाउन, फिर पांच दिन के ब्रेक के बाद चौथे चरण में 15 दिन का लॉकडाउन किया जाए. इस हिसाब से मेसेज में दावा किया गया कि 15 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच लॉकडाउन खत्म कर फिर 20 अप्रैल से 18 मई तक लॉकडाउन किया जाएगा.
यहां देखें WHO का ट्वीट-
Messages being circulated on social media as WHO protocol for lockdown are baseless and FAKE.
WHO does NOT have any protocols for lockdowns. @MoHFW_INDIA @PIB_India @UNinIndia
— WHO South-East Asia (@WHOSEARO) April 5, 2020
इस वायरल मैसेज पर अब WHO की सफाई आई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है. WHO ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है. डब्ल्यूएचओ साउथ-ईस्ट एशिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है. इस ट्वीट में कहा गया है, 'सोशल मीडिया पर डब्ल्यूएचओ के लॉकडाउन के प्रोटोकॉल को लेकर जो मेसेज लगातार शेयर किए जा रहे हैं, वो निराधार और झूठे हैं.
Fact check
वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार WHO के प्रोटोकॉल के अनुसार लॉकडाउन बढ़ाने वाली है.
वायरल मैसेज पर अब WHO की सफाई आई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई सर्कुलर जारी नहीं किया गया है.