अमेरिका के 39वें राष्ट्रपति रहे जिमी कार्टर का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. सबसे उम्रदराज पूर्व राष्ट्रपति कार्टर को कई बड़े फैसलों के लिए जाना जाता है.जिमी कार्टर अमेरिकी राजनीति में एक खास जगह रखते थे. वह अमेरिका के सबसे बुजुर्ग पूर्व राष्ट्रपति और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता थे. हालांकि 1979 में ईरान बंधक संकट खत्म नहीं कर पाने की वजह से उनका कार्यकाल हमेशा विवादों में रहा.
कार्टर का निधन रविवार को 100 साल की उम्र में हुआ. माना जाता है कि उनका सबसे बड़ा प्रभाव उनके राष्ट्रपति कार्यकाल (1977-1981) के बाद देखने को मिला. उन्होंने दुनियाभर में मध्यस्थता, मानवाधिकार और सामाजिक कार्यों में अहम भूमिका निभाई.
दक्षिणी राज्य से आने वाले डेमोक्रेट कार्टर ने 1981 में वॉशिंगटन की राजनीति से विदा ली. वह राष्ट्रपति चुनाव में रोनाल्ड रीगन से हार गए थे. वॉशिंगटन की राजनीति में उन्हें अक्सर भोला और कमजोर समझा गया.
दक्षिण के प्रगतिशील नेता
अपने ही दल में, जॉर्जिया के रहने वाले इस "बॉर्न अगेन" ईसाई और रविवार को बाइबल पढ़ाने वाले कार्टर को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया. सालों बाद, उनकी छवि बदली. खासकर, इस्राएल और मिस्र के बीच शांति समझौते कराने जैसी उनकी उपलब्धियों को सराहा गया.
राष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने मानवाधिकार और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी. 1982 में उन्होंने "द कार्टर सेंटर" की स्थापना की, जिसने दुनियाभर में शांति और कूटनीति में योगदान दिया.
कार्टर, दक्षिण के नए और प्रगतिशील नेताओं का प्रतिनिधित्व करते थे. आमतौर पर अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में रूढ़िवादी रिपब्लिकन पार्टी का दबदबा रहता है लेकिन कार्टर अपने दक्षिणी मूल पर गर्व करते थे. नौसेना अधिकारी और मूंगफली किसान रह चुके कार्टर ने खुद को "मैं एक सदर्नर और अमेरिकन हूं" कहकर पहचान दी.
प्रारंभिक जीवन और राष्ट्रपति पद
जेम्स अर्ल कार्टर जूनियर का जन्म 1 अक्टूबर 1924 को जॉर्जिया के छोटे से कस्बे प्लेन्स में हुआ. यहीं उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिन बिताए. नौसेना में उन्होंने सात साल बिताए जहां उन्होंने न्यूक्लियर सबमरीन प्रोग्राम में काम किया और लेफ्टिनेंट बने. उसके बाद वह अपने परिवार का मूंगफली फार्म संभालने लौटे.
लेकिन जल्द ही राजनीति ने उन्हें बुला लिया. उन्होंने जॉर्जिया सेनेट में काम किया और 1971 में गवर्नर बने. कुछ ही साल बाद, उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा.
जनवरी 1977 में, कार्टर ने एक ऐसे समय में देश की कमान संभाली, जब वियतनाम युद्ध, वाटरगेट स्कैंडल और मंदी से अमेरिका उबरने की कोशिश कर रहा था. पहले दो साल उनके लिए अच्छे रहे. 1978 में इस्राएल के मेनाखेम बेगिन और मिस्र के अनवर सादात के बीच कैंप डेविड समझौता उनकी बड़ी सफलता थी.
उन्होंने चीन के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए और व्हाइट हाउस में सोलर पैनल लगवाए. हालांकि ईरान बंधक संकट और तेल संकट ने उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया. 1980 में बंधकों को छुड़ाने की विफल कोशिश और गैस स्टेशनों पर लगी लंबी कतारें उनकी अध्यक्षता की पहचान बन गईं. चुनाव हारने के बाद, डेमोक्रेटिक पार्टी को 12 साल तक रिपब्लिकन शासन का सामना करना पड़ा.
पूर्व राष्ट्रपति का जीवन
चुनाव हारने के बाद, कार्टर ने अपनी छवि को पूरी तरह बदल दिया. उन्हें "अमेरिका के सबसे अच्छे पूर्व राष्ट्रपति" के रूप में जाना गया.
उन्होंने "कार्टर सेंटर" की स्थापना की और उत्तर कोरिया, बोस्निया, हैती जैसे कई देशों में मध्यस्थता की. 2002 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला. उन्होंने तीन बार ग्रैमी अवॉर्ड भी जीता. 90 साल की उम्र तक उन्होंने घर बनाने की चैरिटी "हैबिटेट फॉर ह्यूमैनिटी" के लिए काम किया. उनकी पत्नी रोजालिन का निधन नवंबर 2023 में 96 साल की उम्र में हुआ. 2010 में कार्टर एक अमेरिकी नागरिक को रिहा कराने उत्तर कोरिया गए थे. 2017 में भी वह उत्तर कोरिया जाना चाहते थे.
2015 में, कार्टर ने ब्रेन कैंसर होने की जानकारी दी. उन्होंने इसे शांति और हिम्मत के साथ स्वीकार किया. 2019 में एक चर्च सेवा के दौरान उन्होंने कहा, "मैंने सोचा था कि मैं जल्दी मर जाऊंगा. लेकिन मैंने प्रार्थना की कि भगवान मुझे मृत्यु को लेकर एक सही दृष्टिकोण दे. और मुझे शांति मिली."
नेताओं ने किया याद
उनके निधन पर दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कहा, "जिमी कार्टर ने सारा जीवन एक बेहतर और न्यायपूर्ण दुनिया बनाने की कोशिश में बिताया."
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन की ओर से जारी बयान में कहा गया, "आज अमेरिका और दुनिया ने एक असाधारण नेता, राजनेता और मानवीय सेवक खो दिया. छह दशकों तक हमें जिमी कार्टर को दोस्त कहने का सम्मान मिला. हालांकि जिमी कार्टर की खास बात यह है कि उन्हें जानने वाले और ना जानने वाले लाखों लोग भी उन्हें अपना दोस्त मानते थे."
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, "राष्ट्रपति रहते हुए जिमी कार्टर ने देश के लिए महत्वपूर्ण समय में हर संभव कोशिश की. उनके प्रयासों के लिए हम उनके आभारी हैं. मेलानिया और मैं इस मुश्किल समय में कार्टर परिवार और उनके प्रियजनों के बारे में सोच रहे हैं. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में याद रखें."
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने कहा, "जिमी कार्टर ने अपना पूरा जीवन सबसे कमजोर लोगों के अधिकारों की वकालत और शांति के लिए समर्पित कर दिया. फ्रांस उनके परिवार और अमेरिकी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं भेजता है."
ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने कहा, "राष्ट्रपति कार्टर के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ. उनका कार्यकाल कैंप डेविड समझौते और शांति के प्रति आजीवन समर्पण के लिए याद किया जाएगा. उनके सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों के प्रयास प्रेरणादायक हैं."
वीके/एनआर (एएफपी, रॉयटर्स)