Satta Matka: आजकल ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग का क्रेज युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन यह कई बार उनके जीवन को बर्बाद कर देता है. ऐसा ही कुछ हुआ है कश्मीर के एक शख्स के साथ, जिसने ऑनलाइन सट्टेबाजी के चक्कर में अपनी पूरी जमा-पूंजी और जमीन गंवा दी. कश्मीर के इस शख्स ने बताया कि उसने ऑनलाइन सट्टेबाजी में 90 लाख रुपये गंवाए. इतना ही नहीं, इस लत के चलते उसने अपनी जमीन तक बेच दी. यह सारी रकम उसने सिर्फ छह महीने के भीतर गंवाई.
कैसे फंसते हैं सट्टेबाजी के जाल में?
सट्टेबाजी में एक दो बार लाभ होने के बाद कुछ लोग इसे लालच में खेलते जाते हैं तो कुछ लोगों को इसकी लत लग जाती है. शुरुआत में कुछ पैसे जीतने के बाद लालच बढ़ता जाता है और इसी में लोग अपनी सारी जमा पूंजी गंवा बैठते है.
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सट्टेबाजी में 90 लाख के साथ जमीन भी गंवाई
Kashmiri man claims losing 90 lakh rupees in online betting games, says he even sold his land and lost this amount within six months.
Ajaz Nabi reports pic.twitter.com/75iWmgpLET
— The Kashmiriyat (@TheKashmiriyat) December 29, 2024
ऑनलाइन सट्टेबाजी से रहे सावधान
आज कल सोशल मीडिया पर भी सट्टेबाजी के कई विज्ञापन देखने को मिलते हैं. जिसमें शुरुआत में बोनस देकर खेल खेलने का लालच दिया जाता है. जब खिलाड़ी थोड़े पैसे जीतते हैं तो उन्हें लगता है कि यह आसान कमाई का जरिया है. लेकिन जैसे-जैसे लोग ज्यादा दांव लगाना शुरू करते हैं तो हारने लगते हैं.
खतरनाक लत और उसका अंजाम
ऑनलाइन सट्टेबाजी न सिर्फ आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह मानसिक तनाव का भी कारण बन सकती है. ऑनलाइन सट्टेबाजी एक खतरनाक लत बन सकती है. यह व्यक्ति को बार-बार कोशिश करने के लिए उकसाती है, भले ही वह हार रहा हो. इसका असर न केवल व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है, बल्कि उसके मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर भी भारी पड़ता है. इस तरह की घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि ऑनलाइन सट्टेबाजी पर सख्त नियंत्रण की जरूरत है.
डिस्क्लेमर: सट्टा मटका या इस तरह का कोई भी जुआ भारत में गैरकानूनी है. हम किसी भी तरह से सट्टा / जुआ या इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों को प्रोत्साहित नहीं करते हैं.