सनातन धर्म में शुभ मुहूर्त का विशेष महत्व है. मान्यतानुसार शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य की सफलता की संभावनाएं बढ जाती है. पंचांग को पंचांगम भी कहा जाता है. पंचांग में माह हिंदू मासों को चंद्रमा के घटने-बढ़ने के आधार पर दो पक्षों में बांटा गया है. इसमें एक दिन को तिथि कहा जाता है, जो 19 से लेकर 24 घंटे तक की होती है. हिन्दू पंचांग इस सौहार्द को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके इस्तेमाल से जातक को शुभ तिथि, शुभ योग और अशुभ काल में ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि प्राप्त होती है. ताकि हम अपने कार्य का अधिकतम लाभ उठा सकें. आज 15 नवंबर 2024, शुक्रवार के पंचांग से जानेंगे कि अपने कार्यक्रमों को कैसे करना है.
कार्तिक शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, पिंगल संवत्सर विक्रम संवत 2081, शक संवत 1946 (क्रोधी संवत्सर), कार्तिक. पूर्णिमा 02.58 AM तक उपरांत प्रतिपदा. नक्षत्र भरणी 09.55 PM तक उपरांत कृत्तिका. व्यातिपात योग 07.30 AM तक, उसके बाद वरीयान योग 03.33 AM तक, उसके बाद परिघ योग. करण विष्टि 04.38 PM तक, बाद बव 02.58 AM तक, बाद बालव. यह भी पढ़ें : Kartik Purnima 2024 Wishes: कार्तिक पूर्णिमा के इन शानदार हिंदी Quotes, WhatsApp Messages, GIF Greetings को भेजकर अपनों को दें शुभकामनाएं
नवम्बर 15 शुक्रवार को राहु 10.49 AM से 12.11 PM तक है. 03.17 AM तक चन्द्रमा मेष उपरांत वृषभ राशि एवं सूर्य तुला राशि पर संचार करेगा.
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदयः 06.44 AM
सूर्यास्तः 05.38 PM
चन्द्रोदयः 05.08 PM (15 नवंबर, 2024)
चन्द्रास्तः 06.58 AM (16 नवंबर, 2024)
सूर्य तुला राशि पर है
चन्द्रमा 03.17 AM तक मेष राशि उपरांत वृषभ राशि पर संचार करेगा
आज 15 नवंबर 2024, शुक्रवार का पंचांग
तिथि | पूर्णिमा 02.58 AM तक उपरांत प्रतिपदा |
पक्ष | शुक्ल |
वार | शुक्रवार |
नक्षत्र | नक्षत्र भरणी 09.55 PM तक उपरांत कृत्तिका |
योग | व्यातिपात योग 07.30 AM तक, उसके बाद वरीयान योग |
राहुकाल | 10.49 AM – 12.11 PM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 06.44 AM से 05.38 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 05.08 PM - 06.58 AM (16 नवंबर, 2024) |
दिशा शूल | पश्चिम दिशा |
चंद्रमा राशि | चन्द्रमा 03.17 AM तक मेष राशि |
सूर्य राशि | सूर्यः तुला राशि में |
शुभ मुहूर्त, 15 नवंबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 05.09 AM – 05.57 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11.49 AM – 12.33 PM |
गोधुलि बेला | 05.27 PM -05.54 PM |
निशिता काल | 11.39 PM -12.33 PM |
अमृत काल | 05.38 PM – 07.03 PM |
विजय मुहूर्त | 01.53 – 02.36 PM |
अशुभ काल
राहूः 10.49 AM – 12.11 PM
यम गण्डः 02.54 PM – 04.16 PM
कुलिकः - 8:06 AM – 9:28 AM
दुर्मुहूर्तः 08.55 AM – 09.39 AM, 12.33 PM – 01.16 PM
वर्ज्यम् – 09.06 AM – 10.31 AM
भद्राकालः 06.44 AM – 04.37
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्तः 11.49 AM – 12.33 PM
अमृत कालः 05.38 PM – 07.03 PM
ब्रह्म मुहूर्तः 05.09 AM – 05.57 AM
गोधुलि बेलाः 05.27 PM -05.54 PM
निशाकालः 11.39 PM -12.33 PM
विजय मुहूर्तः 01.53 – 02.36 PM
त्यौहार और व्रत
कार्तिक पूर्णिमा, देव दिवाली, गुरुनानक जयंती, मणिकर्णिका स्नान, कार्तिक स्नान समाप्त
आज 15 नवंबर 2024 का दिन विशेष रूप से महत्व है, क्योंकि आज कार्तिक पूर्णिमा, देव दिवाली, गुरुनानक जयंती जैसे लोकप्रिय पर्व मनाये जाएंगे. आज जहां वाराणसी गंगा घाट पर देवों का स्वागत स्वरूप सैकड़ों दीप गंगाजी के सौंदर्य को चार चांद लगाएंगे, वहीं दुनिया भर में सिखों के प्रथम गुरू गुरुनानक जी की जयंती भी मनाई जाएगी. गौरतलब है कि आज कार्तिक मास का अंतिम स्नान भी है.