अजरबाइजान ने कहा है कि रूस ने विमान हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने का वादा किया है. माना जा रहा है कि विमान को रूसी एयर डिफेंस की मिसाइलों से नुकसान पहुंचा लेकिन रूस ने अब तक इसकी पुष्टि नहीं की है.अजरबाइजान एयरलाइंस का एंब्रेयर 190 जेट कजाखस्तान में 25 नवंबर को आपातकालीन स्थिति में उतरते वक्त हादसे का शिकार हुआ. इसमें सवार 67 लोगों में से 38 की मौत हो गई. इसके बाद कई एयरलाइनों ने रूस जाने वाली उड़ानें रद्द कर दीं. इसमें इस्राएल एयरलाइंस भी शामिल है, जिसने मार्च के आखिर तक रूस के लिए सारी उड़ानें रद्द कर दी है. अजरबाइजान के राष्ट्रपति इलहाम अलियेव ने मांग की है कि रूस इस घटना की जिम्मेदारी ले कर अपनी गलती माने. यह विमान दक्षिणी रूस के ग्रोज्नी में उतरने वाला था.
पुतिन ने माफी मांगी
रूस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम की मिसाइलों ने विमान को नुकसान पहुंचाया. हालांकि रूसी राष्ट्रपति ने अलियेव को फोन कर बताया कि घटना के वक्त सिस्टम सक्रिय था और उन्हें अफसोस है कि यह घटना रूसी एयरस्पेस में हुई.
अजरबाइजान के महाभियोजक ने सोमवार को बताया कि रूसी जांच कमेटी के प्रमुख ने कहा है, "जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन पर आपराधिक जिम्मेदारी तय करने के लिए गहन जांच की जा रही है." रूस ने इस घटना की आपराधिक जांच शुरू की है. हालांकि उसने यह नहीं बताया है कि क्या वह इस बात से सहमत है कि उसकेएयर डिफेंस सिस्टम की मिसाइलों ने विमान को निशाना बनाया. उसने अपनी ओर से यह भी नहीं कहा है कि वह दोषियों के साथ न्याय करेगा.
रूस की निंदा
अलियेव ने रविवार को अपने करीबी सहयोगी रूस की इस मुद्दे को लेकर निंदा की है, जो दुर्लभ है. उन्होंने कहा कि विमान "हादसे का शिकार" हुआ लेकिन उनकी नाराजगी इस बात से है कि रूस ने हादसे की वजह छिपाने की कोशिश की. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से इसकी जिम्मेदारी लेने की मांग की है. अलियेव ने रूस पर सच छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वैकल्पिक सिद्धांत को आगे बढ़ाना, "साफ तौर पर दिखाता है कि रूसी पक्ष मामले पर पर्दा डालना चाहता था."
रूस का कहना है कि जिस वक्त अजरबाइजान एयरलाइंस का विमान ग्रोज्नी के इलाके में पहुंचा उसी वक्त यूक्रेनी ड्रोनों ने वहां हमला किया था. विमान गहरे कुहासे के बीच वहां उतरने की तैयारी में था. हादसे में जिंदा बचे लोगों ने बताया है कि उन्हें विमान के बाहर एक धमाके की आवाज सुनी थी, जिसके बाद विमान को कैस्पियन सागर की तरफ मोड़ कर 400 किलोमीटर दूर कजाखस्तान के अकताउ शहर की तरफ ले जाया गया. यहां पर उतरने के दौरान विमान हादसे का शिकार हुआ.
ब्राजील भेजे गए ब्लैक बॉक्स
कजाखस्तान ने सोमवार को बताया कि विमान के ब्लैक बॉक्स को ब्राजील भेजा गया है. विमान बनाने वाली कंपनी एंब्रेयर का मुख्यालय यहीं है. ब्राजील के एयर फोर्स का एयरोनॉटिकल एक्सिडेंट्स एंड प्रिवेंशन सेंटर ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण करेगा.
क्या विमानों के पीछे की सीटें ज्यादा सुरक्षित होती हैं?
कजाखस्तान के परिवहन विभाग में उप मंत्री तालगात लास्तायेव ने सोमवार को बताया कि विमान हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच आयोग बनाया गया है. लास्तायेव के मुताबिक उम्मीद की जा रही है कि जनवरी के आखिर तक आयोग अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश कर देगा. कजाखस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी काजिनफोर्म ने यह जानकारी दी. लास्तायेव ने यह भी कहा है कि विमाल का मलबा अब भी जमा किया जा रहा है और एक विशाल हैंगर में इसकी छंटाई और विश्लेषण का काम हो रहा है.
एनआर/आरपी(एएफपी, डीपीए)