Sambhaji Maharaj Punyatithi 2024 Marathi Messages: महाराष्ट्र के वीर योद्धा और मराठा साम्राज्य के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के पुत्र संभाजी महाराज अपने अद्भुत धैर्य, महान पराक्रम और शौर्य के लिए जाने जाते हैं. अपने पिता छत्रपति शिवाजी महाराज की तरह ही संभाजी महाराज ने स्वराज और स्व-शासन की स्थापना के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था. हर साल 11 मार्च को संभाजी महाराज की पुण्यतिथि (Sambhaji Maharaj Punyatithi) मनाई जाती है. छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े सुपुत्र संभाजी राजे भोसले (Sambhaji Maharaj) का जन्म 14 मई 1657 को हुआ था, जबकि 11 मार्च 1689 को 31 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था. उनकी पुण्यतिथि को संभाजी महाराज बलिदान दिवस (Sambhaji Maharaj Balidan Diwas) के तौर पर मनाया जाता है.
संभाजी राजे भोसले, शिवाजी महाराज और उनकी पहली पत्नी सईबाई के सबसे बड़े बेटे थे. कहा जाता है कि महज 2 साल की उम्र में संभाजी महाराज अपनी मां को खो चुके थे. मां सईबाई के निधन के बाद उनकी दादी जीजाबाई ने ही उनका पालन पोषण किया. छत्रपति संभाजी महाराज की पुण्यतिथि पर आप इन मराठी मैजेसेस, कोट्स, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फोटो एसएमएस के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं.
1- मृत्यूसही न डरले मनी धर्मवीर।
फुटले स्वनेत्र, तुटले जरी जीभशीर।।
दुर्दांत दाहक ज्वलंत समाज व्हावा।
म्हणुनी उरात धरुया शिवसिंहछावा।।
महापराक्रमी धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज
यांना पुण्यतिथीनिमित्त
त्रिवार मानाचा मुजरा!
2- रणांगणी रक्ताने माखले अंग जरी,
शौर्यास ज्याच्या किंचीतही भंग नाही,
मृत्यूस न भीता अवघा रणकंद झाला,
तया प्रणाम कोणी दुजा वंद्य नाही..
छत्रपती संभाजी महाराज,
यांच्या बलिदान दिनानिमित्त,
विनम्र आदरांजली !
3- कोंढण्यास तानाजी गेला...
घोडखिंडीसाठी समोर बाजी आला...
महाराष्ट्र धर्म वाढवण्यासाठी
स्वराज्य रक्षक संभाजी जाहला...
धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज बलिदान दिनानिमित्त शंभूराजांच्या स्मृतीस विनम्र अभिवादन!
4- शत्रू ही मरताना त्याचं कौतुक करून गेला
असा वाघाचा छावा संभाजी
सह्याद्रीचा दुसरा छत्रपती राजा होऊन गेला!
धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज बलिदान दिनानिमित्त विनम्र अभिवादन!
5- पाहुनी शौर्य तुझपुढे
मृत्यूही नतमस्तक झाला
स्वराज्याच्या मातीसाठी
माझा शंभू अमर झाला
धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज बलिदान दिनानिमित्त विनम्र अभिवादन!
बताया जाता है कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन के बाद 16 जनवरी 1681 को रायगढ़ किले पर संभाजी महाराज का राज्याभिषेक किया गया था. संभाजी महाराज 8 भाषाओं के जानकार थे और उन्होंने अपने पिता की तरह महान राजा व वीर योद्धा के तौर पर अपनी पहचान बनाई थी. उन्हें लेकर ऐसा कहा जाता है कि वो एकमात्र ऐसे योद्धा हैं, जिन्होंने 150 लड़ाइयां लड़ीं और सभी लड़ाइयों में उन्होंने विजय हासिल की थी. अपने राज्याभिषेक के बाद संभाजी महाराज ने करीब 9 साल तक राज किया था.