उत्तराखंड की सबसे बड़ी रसोई से रोजाना 15500 छात्रों को मिलेगा भोजन, मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
सुद्धोवाला में बनी अक्षय पात्र रसोई का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन (Photo Credits: Twitter)

देहरादून, 15 जुलाई: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने 120 सरकारी विद्यालयों के 15,500 छात्रों के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन की रसोई का उद्घाटन किया. राज्य की सबसे बड़ी केंद्रीयकृत रसोई अक्षय पात्र शुक्रवार से विधिवत शुरू हो गई है. अक्षय पात्र फाउंडेशन (Akshaya Patra Foundation) की ओर से सुद्धोवाला में बनाई गई इस रसोई से 15,500 छात्र-छात्राओं को मिड-डे मील भोजन परोसा जाएगा. छत्तीसगढ़ सरकार की सुरक्षा नीतियों के चलते सिमटी नक्सल गतिविधियां, विकास कार्यों से लोगों में जगा नया विश्वास

दो एकड़ भूमि में 10 करोड़ रुपये से यह रसोई बनी है. अगस्त के पहले सप्ताह से इस रसोई से देहरादून और आसपास के 120 सरकारी विद्यालयों के 15,500 छात्र छात्राओं को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत मध्याहन भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. अगले छह माह में इस रसोई से राज्य के 500 विद्यालयों के 35 हजार छात्रों को मध्याहन भोजन पहुंचाने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में पहली और देश में 63वीं यह रसोई मुद्धोवाला में तकरीबन दो एकड़ भूमि में 10 करोड़ रुपये से बनी है.

अक्षय पात्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. दास ने बताया कि यह फाउंडेशन की उत्तराखंड में पहली और देश में 63वीं रसोई है. नवनिर्मित रसोई फाउंडेशन ने देश के 14 राज्यों में 20 हजार से अधिक विद्यालयों में प्रतिदिन 19 लाख विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने का आंकड़ा छू लिया है.

बताया जा रहा है कि इससे हर बच्चे को 450 कैलोरी से ज्यादा ऊर्जा मिलेगी. दास ने बताया कि छात्र-छात्राओं के पोषण का ध्यान रखते हुए भोजन का मेन्यू इस तरह तैयार किया जाएगा कि हर बच्चे को 450 कैलोरी से ज्यादा ऊर्जा मिल सके. उद्घाटन कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, हंस फाउंडेशन के प्रणेता भोले महाराज व माता मंगला, सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर, अक्षय पात्र फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन चंचलापति दास, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, सीईओ डा मुकुल कुमार सती मौजूद रहे.

यहां एक ही एक बार में 20 हजार रोटी व 1200 लीटर दाल बनेगी. शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि रसोई में आधुनिक मशीनों से भोजन बनाया जाएगा. इन मशीनों से एक बार में एक क्विंटल आटा गूंथने के साथ ही 20 हजार रोटी, 1200 लीटर दाल और 100 किलो चावल बन सकेगा. भोजन के निर्माण और उसकी आपूर्ति के लिए रसोई में 150 कार्मिक तैनात किए जाएंगे. प्रदेश में जल्द चार अक्षय पात्र किचन और बनेंगे. शिक्षा मंत्री ने बताया कि जल्द ही हरिद्वार, काशीपुर, रुद्रपुर और गदरपुर में भी अक्षय पात्र किचन बनाए जाएंगे. इसके लिए तैयारी की जा रही है.