भारत में CSIR द्वारा किए गए 40 संगठनों के सर्वेक्षण के अनुसार धूम्रपान करने वालों और शाकाहारियों में कोरोना वायरस के संक्रमण का रिस्क कम होता है. वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने हाल ही में भारत भर में एक सर्वेक्षण किया है. इस बीच सर्वेक्षण में पाया गया कि ओ ब्लड ग्रुप के लोगों में कोरोना का जोखिम कम था. बी और एबी ब्लड ग्रुप वाले लोगों में कोरोना का खतरा सबसे ज्यादा होता है.
इस सर्वेक्षण में 10,427 लोग शामिल किए गए.। ये लोग एक प्रयोगशाला या एक संस्था और उनके परिवार के कुछ सदस्यों में काम कर रहे थे. इन लोगों के शरीर में SARS-CoV-2 के एंटीबॉडी हैं या नहीं इसकी जांच की गई थी. सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी), दिल्ली के सर्वेक्षण में 1,058 या 10.1% लोगों में एंटीबॉडी पाए गए.
पिछले साल जुलाई में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार धूम्रपान करने वालों को कोविड 19 का खतरा अधिक था. धूम्रपान हाथ से मुंह तक वायरस के संचरण को गति देता है. यह तंबाकू और अन्य तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने वाले लोगों में श्वसन संक्रमण के जोखिम को बढ़ा सकता है. हालांकि सीएसआईआर सर्वेक्षण के अनुसार धूम्रपान करने वालों को कोरोना का जोखिम कम है. हालांकि कोविड 19 मुख्य रूप से श्वसन मार्ग पर हमला करता है, उसके बाद भी धूम्रपान प्रोटेक्टिव है.
इस बीच जो लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं, सेक्योरिटी, हाउसकीपिंग कर्मियों, गैर-धूम्रपान करने वालों और मांसाहारी लोगों में कोरोना का खतरा अधिक होता है. सार्वजनिक परिवहन और धूम्रपान करने वालों, शाकाहारियों, A और O, ब्लड ग्रुप के लोगों में कोरोना संक्रमण का रिस्क कम पाया गया है.