Sardar Patel Jayanti 2024: PM मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार वल्लभभाई पटेल को दी श्रद्धांजलि, 'लौह पुरुष' को किया याद

Sardar Patel Jayanti 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की 149वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री ने केवड़िया, गुजरात में स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की और सरदार पटेल के योगदानों को याद किया. पीएम मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. यहां राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के लिए एक बड़ा कार्यक्रम चल रहा है, जो हर साल 31 अक्टूबर को पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊंची मूर्तियों में से एक है और भारत की एकता और अखंडता के प्रतीक सरदार पटेल की शक्ति और दृढ़ निश्चय को दर्शाती है.

Sardar Patel Jayanti 2024 Quotes: लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर प्रियजनों संग शेयर करें उनके ये 10 अनमोल विचार.

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा, "सरदार पटेल की विचारधारा हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी. उनके आदर्श हमें सिखाते हैं कि देश की एकता और अखंडता हमारे लिए सर्वोच्च है."

पीएम मोदी ने X पर किए एक पोस्ट में लिखा, "भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म-जयंती पर उन्हें मेरा शत-शत नमन. राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा उनके जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता थी. उनका व्यक्तित्व और कृतित्व देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा."

पीएम मोदी ने सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी एकता दिवस परेड में शामिल हुए

सरदार पटेल की प्रेरणा: एकता का संदेश

सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत के 'लौह पुरुष' के नाम से जाना जाता है. देश की स्वतंत्रता के बाद उन्होंने 562 रियासतों को एकीकृत कर एक संगठित राष्ट्र के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के इस योगदान को याद करते हुए कहा, "सरदार पटेल की सोच और दूरदर्शिता के कारण ही आज भारत एक शक्तिशाली और अखंड देश है. उन्होंने एकता का जो सपना देखा था, वह आज हमारे देश की मजबूती का आधार है."

सरदार पटेल का योगदान

सरदार पटेल का मानना था कि एक मजबूत राष्ट्र के लिए सभी राज्यों का एकीकरण आवश्यक है. उन्होंने अपनी दूरदर्शिता और कठोर नेतृत्व के माध्यम से सभी रियासतों को एक साथ लाने का कार्य किया. उन्होंने जीवनभर किसानों, मजदूरों और कमजोर वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और हमेशा समाज में समानता का संदेश दिया.

‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का निर्माण भारत की सांस्कृतिक और भौगोलिक एकता का प्रतीक है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल की यह प्रतिमा न केवल एक प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि दुनिया को यह संदेश भी देती है कि भारत एकता और अखंडता में विश्वास रखता है. यह मूर्ति 182 मीटर ऊंची है और नर्मदा नदी के किनारे स्थित है, जो एक बड़े पर्यटक स्थल के रूप में भी उभरी है. हर साल हजारों पर्यटक इस प्रतिमा को देखने और सरदार पटेल के अद्वितीय योगदान को जानने आते हैं.

'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम

प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर पूरे देश में 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम का भी आयोजन किया. इस दौड़ का उद्देश्य देश के नागरिकों को एकता और समर्पण का संदेश देना है. मोदी ने कहा कि यह दौड़ हमें इस बात की याद दिलाती है कि चाहे कोई भी क्षेत्र हो, हमारी ताकत एकता में है.