नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल (Urjit Patel) ने अपने पद से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है. पटेल ने अपने इस्तीफे के पीछे निजी वजह बताई है. उर्जित पटेल देश के शीर्ष बैंक आरबीआई और मोदी सरकार के साथ चल रही तनातनी के बीच सुर्खियों में आ गए थे.
आरबीआई (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ने का निर्णय किया है. उन्होंने अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है. हाल में केंद्रीय बैंक की स्वायत्ता को लेकर उनके और सरकार के बीच तनाव पैदा हो गया था.
उन्होंने बयान में कहा, "वर्षो तक आरबीआई में विभिन्न पदों पर काम करना मेरे लिए सौभाग्य और सम्मान की बात रही है. इन वर्षो में आरबीआई के कर्मचारियों, अधिकारियों और प्रबंधन के सहयोग और कठिन परिश्रम से बैंक ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की."
पटेल ने कहा, "मैं इस अवसर अपने सहयोगियों और आरबीआई केंद्रीय बोर्ड के निदेशकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं."
बीते 27 नवंबर को आरबीआई के गवर्नर को वित्तीय मामलों के लिए बनी संसद की स्थायी समिति ने पूछताछ के लिए भी बुलाया था. दरअसल शीर्ष बैंक और केंद्र सरकार के बीच कुछ आर्थिक फैसलों की वजह से तनातनी चल रही है. सूत्रों ने मुताबिक इन सभी मुद्दों पर सवालों के जवाब में उन्होंने 10 से 15 दिन तक का वक्त मांगा था.
RBI Governor Urjit Patel Resigned with immediate effect. pic.twitter.com/m8aseJTN0a
— Jitender Singh Barna (@js_barna) December 10, 2018
हालांकि पटेल ने केंद्र सरकार के साथ तनातनी से इनकार किया था. पटेल कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय समिति के सामने उपस्थित हुए थे ताकि नोटबंदी का प्रभाव, सरकारी बैंकों के फंसे हुए बड़े-बड़े कर्जें (एनपीए) और अर्थव्यवस्था की हालत के समेत अन्य मुद्दों पर जवाब दे सके.