छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018: रमन सिंह को हराने के लिए कांग्रेस ने बनाया मास्टरप्लान, बीजेपी के सबसे बड़े नेता की भतीजी को उतरा मैदान में
मुख्यमंत्री रमन सिंह (फाइल फोटो)

रायपुर:  छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने रविवार को यहां बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रथम चरण के लिए छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. सूची के अनुसार राजनांदगांव से करूणा शुक्ला, खैरागढ़ से गिरवर जंघेल, डोंगरगढ़ से भुवनेश्वर सिंह बघेल, डोंगरगांव से दलेश्वर साहू, खुज्जी से चन्नी साहू और मोहला मानपुर से इंदरा शाह मंडावी को उम्मीदवार बनाया गया है. प्रथम चरण में बस्तर क्षेत्र के जिलों और राजनांदगांव जिले के 18 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा.

प्रथम चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं. जिसके विरूद्ध कांग्रेस ने करूणा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है. करूणा शुक्ला जांजगीर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से सांसद रह चुकी हैं. वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के बाद शुक्ला ने भाजपा से इस्तीफा दे कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था. उन्होंने भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगाया था.

मुख्यमंत्री के खिलाफ शुक्ला को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर त्रिवेदी ने कहा कि वह :शुक्ला: कांग्रेस से जुड़ने के बाद राजनांदगांव क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं.

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वह पार्टी की मजबूत उम्मीदवार हैं तथा वह सिर्फ मुख्यमंत्री को चुनौती नहीं देंगीं बल्कि उनके खिलाफ जीत भी हासिल करेंगी. कांग्रेस में आने के बाद से करूणा शुक्ला ने लगातार मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. कांग्रेस प्रवेश के बाद पार्टी ने उन्हें वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में बिलासपुर से अपना उम्मीदवार बनाया था.

वह भाजपा के लखनलाल साहू से चुनाव हार गई थी. इससे पहले वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में वह भाजपा के टिकट से कोरबा सीट से चुनाव लड़ी थीं. लेकिन कांग्रेस के चरणदास मंहत से चुनाव हार गई थीं. रविवार को जारी सूची के अनुसार कांग्रेस ने दो विधायकों दलेश्वर साहू और गिरवर जंघेल पर फिर से भरोसा जताया है तथा दो विधायक खुज्जी से भोलाराम साहू और मोहला मानपुर से तेजकुंवर गोवर्धन नेताम का टिकट काटा है. वहीं चन्नी साहू, भुवनेश्वर सिंह बघेल और इंदरा साह मंडावी जैसे नए चेहरे पर भरोसा जताया है.

छत्तीसगढ़ में दो चरणों में निर्वाचन कार्य संपन्न होगा। प्रथम चरण में 12 नवंबर को 18 विधानसभा क्षेत्रों में तथा दूसरे चरण में 20 नवंबर को शेष 72 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा. प्रथम चरण में 12 नवंबर को बस्तर क्षेत्र के जिले बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में तथा राजनांदगांव की 18 सीटों के लिए मतदान होगा. छत्तीसगढ़ में पिछले 15 वर्षों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है तथा इस बार के चुनाव में वह सत्ता वापसी की कोशिश में है. वहीं भाजपा इस चुनाव में 65 से अधिक सीटों में जीत हासिल कर चौथी बार सरकार बनाना चाहती है.

राज्य में वर्ष 2013 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 90 सीटों में से 49 सीटों पर तथा कांग्रेस को 39 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं एक एक सीटों पर बसपा और निर्दलीय विधायक हैं.