बिहार (Bihar) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन सतारूढ़ बीजेपी-जेडीयू (BJP-JDU) के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. कभी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी तो कभी एनआरसी (NRC) के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के नेताओं द्वारा लगातार बयानबाजी की जा रही है. बहरहाल, मशहूर वकील राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) की मौत के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट (Rajya Sabha Seat) को लेकर भी बीजेपी और जेडीयू के रिश्तों में खटास पैदा हो गई है. दरअसल, राम जेठमलानी बिहार से राज्यसभा सदस्य थे और उनकी मौत के बाद खाली हुई सीट के लिए राज्यसभा का चुनाव होना है.
बता दें कि राम जेठमलानी जब राज्यसभा के लिए चुने गए थे तब बिहार में जेडीयू-आरजेडी गठबंधन था और जेठमलानी आरजेडी उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए थे. मौजूदा परिस्थिति में आरजेडी की हैसियत इस राज्यसभा सीट को जीतने की नहीं रही. ऐसे में इस सीट को एनडीए के खाते में ही जाना तय माना जा रहा है. हालांकि जेडीयू ने इस सीट पर पहला हक जता कर बीजेपी के स्थानीय नेताओं को नाराज कर दिया है. यह भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दिए राजनीति से संन्यास के संकेत, दिया ये बड़ा बयान.
ऐसे में राज्यसभा चुनाव के लिए अगर बीजेपी और जेडीयू अलग-अलग उम्मीदवार उतारती हैं तो गठबंधन के भविष्य पर खतरा मंडराने की संभावना है. इसलिए बिहार में अगले महीने होने वाले उपचुनाव को काफी अहम माना जा रहा है. बताते चलें कि 21 अक्टूबर को बिहार में पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर मतदान होना है. नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.