बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में (Bihar Assembly Election) होने की संभावना है, वैसे तो अभी तक चुनाव आयोग ने अब तक तारीखों की घोषणा नहीं की है. एक तरफ जहां पर राजनीतिक दल सत्ता तक पहुंचने के लिए जोड़तोड़ और बयानबाजी में लगे हुए हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में हर दल अपनी पैठ जनता के बीच मजबूत करने में जुट गई हैं.इसी कड़ी में राजेश रंजन यानी पप्पू यादव (Pappu Yadav) की अगुवाई वाली जन अधिकार पार्टी (Jan Adhikar Party) भी अपने लाव लश्कर के साथ मैदान में कूद पड़े हैं. चुनाव को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि इस बार बिहार की जनता गुजराती सीएम को इंट्री नहीं देगी. उन्होंने कहा कि बिहार को 30 साल तक दो भाइयो' ने लूटा है. वहीं अपनी जीत पर उन्होंने पूरा भरोसा जताया है.
इसी कड़ी में पप्पू यादव की अगुवाई वाली जन अधिकार पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अपना प्रतिज्ञा पत्र जारी कर दिया है. उन्होंने इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान यह बयान दिया. जन अधिकार पार्टी ने प्रतिज्ञा पत्र में उन्होंने ने कहा है कि अगर उनकी सरकार आती है तो मिड डे माल रसोइये, विकास मित्र, टोला सेवक, शिक्षा सेवक तालिमी मरकज और आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय को बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वृद्घ और विधवा पेंशन समेत सभी प्रकार के पेंशन की राशि को 500 से बढ़ाकर 3,000 रुपए प्रतिमाह करेंगे. यह भी पढ़ें:- Bihar Assembly Elections 2020: बिहार में महागठबंधन के बाद अब NDA में भी बड़ी दरार! सीटों को लेकर LJP अड़ी, चिराग छोड़ सकते हैं मोदी और नीतीश का साथ.
जन अधिकार पार्टी (JAP) ने प्रतिज्ञा पत्र में कहा है कि सरकार आने पर बिहार में तीन साल के अंदर हर अनुमंडल में 300 बेड का अस्पताल होगा. उन्होंने कहा, प्राथमिक से विश्वविद्यालय स्तर तक सभी के लिए समान और नि:शुल्क शिक्षा होगी साथ ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड लोन की राशि को 4 लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज एक सेवक और बिहार के बेटे के रूप में मैं एक कार्यकाल मांग रहा हूं. बता दें कि लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से बाहर किए जाने के बाद मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया.